Labour Day 2025: शनि देव करते हैं मेहनतकशों की रक्षा, मजदूरी छीनने वालों को देते हैं दंड
punjabkesari.in Thursday, May 01, 2025 - 10:08 AM (IST)

नारी डेस्क: हर साल 1 मई को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (Labour Day) मनाया जाता है। यह दिन उन मेहनतकश लोगों को समर्पित है जो अपने श्रम से देश की नींव मजबूत करते हैं। इस खास अवसर पर हम जानेंगे कि कैसे शनि देव, जिन्हें कर्म का देवता कहा जाता है, मजदूरों की रक्षा करते हैं और उनका अपमान करने वालों को सख्त दंड देते हैं।
मजदूर दिवस का महत्व
मजदूर दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है
श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना। उन्हें सम्मान देना और उनके योगदान को पहचान देना भारत में इस दिन को कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश के रूप में मान्यता प्राप्त है, जिससे श्रमिक वर्ग को विश्राम और सम्मान का अवसर मिले।
शनि देव: कर्म और श्रम के देवता
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्म और श्रम का प्रतीक माना गया है। वे हमेशा उन लोगों के साथ होते हैं जो ईमानदारी से मेहनत करके अपना जीवन यापन करते हैं। शनि देव का रंग श्यामवर्ण है और यह रंग पसीने में भीगकर मेहनत करने वाले मजदूरों से मेल खाता है। ऐसी मान्यता है कि शनि का वास हमेशा गरीब, असहाय और परिश्रमी लोगों में होता है।
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श्रमिकों के साथ अन्याय करने पर शनि का दंड
अगर कोई व्यक्ति किसी मजदूर या कर्मचारी के साथ अन्याय करता है, जैसे कि: समय पर मजदूरी न देना, निर्धारित समय से अधिक काम करवाना। या उन्हें मानसिक या शारीरिक कष्ट देना।
तो शनि देव उसे उसका फल अवश्य देते हैं।
साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या के दौरान अगर कोई ऐसा पाप करता है, तो शनि उसे तीव्र मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियों से गुजारते हैं।
श्रमिकों का सम्मान लाता है शनि की कृपा
जो लोग मेहनतकश लोगों का सम्मान करते हैं, उनकी सहायता करते हैं और उन्हें उचित पारिश्रमिक देते हैं, शनि उन पर विशेष कृपा करते हैं। शनि देव यही सिखाते हैं कि हर व्यक्ति को उसके कर्म और मेहनत का फल मिलना चाहिए। इसलिए यह जरूरी है कि हम सभी मजदूरों और श्रमिक वर्ग के लोगों को सम्मान दें और उनके अधिकारों की रक्षा करें।
Labour Day सिर्फ एक सरकारी छुट्टी नहीं, बल्कि यह दिन हमें श्रम का मूल्य, इंसानियत, और न्याय का महत्व सिखाता है। शनि देव का संदेश भी यही है — "जो मेहनत करता है, वह पूजनीय है। और जो किसी की मेहनत का हक मारता है, उसे दंड अवश्य मिलेगा।"