जुकाम होने पर लगता है कोरोना का डर तो क्या करें? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

punjabkesari.in Monday, Sep 14, 2020 - 06:39 PM (IST)

कोरोना के मामले पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहें हैं। रोजाना हजारों की संख्या में कोरोना के केस मिल रहें हैं। अबतक दुनियाभर में 2 करोड़ 90 हजार से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। बात अगर मरने वालों की गिनती की करें तो करीब 9 लाख 26 हजार से अधिक लोग इसके शिकार होकर मर गए है। भारत देश में 48 लाख से अधिक इसके मामले दर्ज किए गए है। साथ ही 79 हजार से ऊपर लोग मौत के शिकार हो चुके हैं। जहां क सभी जानते हैं कि इस वायरस के शुरूआती लक्षण सर्दी- जुकाम की तरह ही मिलते- जुलते होने से लोग सामान्य जुकाम होने पर भी डर रहें है। उनके इसी बात का डर सताता है कि कहीं उन्हें कोरोना तो नहीं हो गया है। साथ ही ऐसी परिस्थिति होने पर क्या करना चाहिए। अगर आपके मन में भी ऐसे ही सवाल उठ रहें हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इसपर विशेषज्ञों का क्या कहना है...

जुकाम होने पर भी कोरोना का डर लगने पर क्या करें?  

विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम के बदलने का असर सेहत पर आम दिखाई देता है। ऐसे में कोरोना का लक्षण जुकाम से मिलते होने के कारण डर लगना स्वाभाविक है। मगर आप इससे बचने के लिए इन नियमों का पालन कर बच सकते हैं। इसके लिए मास्क पहनना, सोशल डिसटेंसिंग का पालन करने के साथ- साथ घर की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। असल में इस मौसम में मच्छर होने से डेंगू, मलेरिया आदि होने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। ऐसे में अपने और घर की सफाई पर ध्यान दें। साथ ही आप कहीं कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए है तो अपना टेस्ट जरूर करवाएं। 

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कैसे पता करें कोरोना मरीज को अस्पताल जाने की जरूरत है या नहीं? 

इस सवाल पर डॉक्टरों का कहना है कि अब लोग इस वायरस को लेकर बहुत ही सतर्क हो गए है। ऐसे में जिन मरीजों में कोई गंभीर लक्षण दिखाई न दें वे होम आइसोलेशन में रह सकते हैं। मगर हालत बिगड़ने पर अस्पताल में एडमिट होना जरूरी है। साथ ही जो लोग घर पर खुद को आइसोलेट करेंगे उन्हें सभी नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। उन मरीजों को घर में अलग कमरे में ही रहने की अनुमति है। उस कमरे के साथ ही बाथरूम होना चाहिए। साथ ही उसकी देखभाल घर के किसी सदस्य खुद का बचाव करते हुए करनी होगी। इसतरह घर पर सभी सुविधाएं होने से ही मरीज को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी।

क्या संक्रमित व्यक्ति छुने पर वायरस पूरे शरीर में फैल सकता है?

इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी संक्रमित व्यक्ति को छूने या हाथ मिलाने से वायरस शरीर में नहीं फैलता है। असल में, शरीर के जिस अंग को हाथ लगेगा वायरस अपना अटैक उसी हिस्से पर करेगै। ऐसे में किसी से भी हाथ मिलाने से बचेें। साथ ही अगर कहीं गलती से किसी को छु लेते हैं तो फौरन साबुन या सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर हाथों को धो लें। मान लीजिए आप किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हो इस तरह आपको 10 वायरस लगे हो। मगर उसी हाथ को अपने मुंह, नाक आदि पर लगाने से वायरस शरीर में बढ़ जाएगा। 

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पल्स ऑक्सीमीटर का मानक किसे कहते हैं?

डॉक्टरों का कहना है कि स्वस्थ लोग की रीडिंग 95- 100 प्रतिशत के बीच होगी। मगर कहीं ये रीडिंग गिर कर 92 या इससे कम प्रतिशत की हो जाए तो इसका मतलब बीमारी का बढ़ना है। बहुत से केसों में संक्रमण जल्दी की जगह धीरे-धीरे शरीर में बढ़ता है। ऐसे में व्यक्ति को शरीर के जुड़ी दिक्कतें धीरे-धीरे होने लगती है। ऐसी परेशानी होने पर बिना देर लगाए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा बेस लेवल के नीचे गिरने पर स्वस्थ के बिगड़ने की ओर इशारा करता है।

कोरोना के केस तेजी से बढ़ने के पीछे क्या है वजह? 

इसके पीछे बहुत से कारण देखने को मिलते हैं। सबसे बड़ा कारण यह देखने को मिलता है कि किसी शहर या जगह पर कोई केस न होने या कोरोना कंट्रोल में होने पर लोग समझने लगते हैं कि यह वायरस खत्म हो गया है। ऐसे में लोग इसके प्रति सावधानियां रखने की जगह बेपरवाह की तरह घूमने लगते हैं। अब तो बाजार, होटल व कई सामाजिक चीजेें खुल गई है। ऐसे में भीड़ जमा होने पर लोग संक्रमित हो रहें हैं। साथ ही ज्यादा से ज्यादा टेस्ट होने पर सही समय पर कोरोना से पीड़ित मरीज मिल रहें हैं। इसके चलते भी कोरोना के मामले बढ़ रहें हैं। 


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neetu

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