इस Nail Polish से कंसीव होने में दिक्कत, यूरोप में बैन लेकिन भारत में अभी भी लगा रही महिलाएं
punjabkesari.in Friday, Sep 05, 2025 - 07:47 PM (IST)

नारी डेस्क: हाथों और नाखूनों की खूबसूरती में चार-चांद लगाने के लिए महिलाएं नेल पॉलिश लगाती हैं लेकिन क्या आप जानते हैं ये नेल पॉलिश प्रेगनेंसी कंसीव करने में दिक्कत पैदा कर सकती है। यूरोपियन यूनियन (EU) में जेल-बेस्ड नेल पॉलिश में इस्तेमाल होने वाले केमिकल TPO पर पूरी तरह रोक लगा दिया है। इस फैसले के बाद ब्यूटी इंडस्ट्री और सैलून सेक्टर में काफी हलचल मची है। बता दें की इस फैसले के तहत, कई ब्रांड्स की जेल पॉलिश में इस्तेमाल होने वाला TPO अब सभी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में पूरी तरह रोक लगा दिया गया है।
TPO क्या है और क्यों खतरनाक माना गया?
TPO एक फोटोइनिशिएटर है, जो जेल नेल पॉलिश को यूवी या एलईडी लाइट में जल्दी सख्त होने और लंबे समय तक टिकने में मदद करता है। नई रिसर्च में पाया गया है कि यह केमिकल इंसानों के लिए संभावित रूप से हानिकारक हो सकता है। यह कैंसर पैदा करने और फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) पर असर डालने वाला माना गया है। इसलिए यूरोपियन यूनियन ने इसे सभी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स से हटाने का निर्णय लिया।
ब्यूटी इंडस्ट्री में विवाद
EU के इस बैन का सबसे बड़ा असर सैलून और रिटेल स्टोर्स पर पड़ा है। उन्हें तुरंत अपने स्टॉक से TPO वाली जेल पॉलिश हटानी पड़ी। कई सैलून ओनर्स का कहना है कि अचानक बदलाव करना मुश्किल है और इससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। वहीं, कुछ ब्रांड्स अब TPO-फ्री जेल पॉलिश लॉन्च कर रहे हैं।
एक्सपर्ट्स की सलाह
जिन लोगों ने पहले जेल मैनिक्योर करवाया है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं। जब पॉलिश यूवी लाइट में सख्त हो जाती है, TPO अपनी पहले जैसी स्थिति में नहीं रहता। असली खतरा उन सैलून वर्कर्स को है जो रोजाना इन प्रोडक्ट्स को हैंडल करते हैं।
भारत में आसानी से मिल रही ये जेल पॉलिश
भारत में अब तक TPO पर कोई रोक नहीं है। जेल पॉलिश बाजार और सैलून में आसानी से उपलब्ध है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, सामान्य जेल मैनिक्योर से महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर कोई सीधा असर नहीं माना गया है। हालांकि प्रेग्नेंट महिलाएं और संवेदनशील त्वचा वाली महिलाएं TPO-फ्री जेल पॉलिश का विकल्प चुन सकती हैं। जेल नेल पॉलिश में TPO का उपयोग लंबे समय तक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है। यूरोप ने इसे प्रतिबंधित कर दिया है, लेकिन भारत में अब भी यह उपलब्ध है। सामान्य उपयोग करने वाली महिलाओं को अभी बड़ी चिंता करने की जरूरत नहीं, लेकिन सावधानी बरतना बेहतर है।