Turkey को पाकिस्तान प्रेम पड़ा महंगा, डेस्टिनेशन वेडिंग पर बैन की मांग, जानें हर साल कितनी होती हैं शादियां?
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 06:03 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर भी दिखाई देने लगा है। खासकर तुर्की को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है क्योंकि उसने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया। इसके बाद भारत में ‘बॉयकॉट तुर्की’ ट्रेंड जोर पकड़ने लगा है न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि असली मे भी इसका असर देखा जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तनाव
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। इस कार्रवाई के बाद तुर्किये और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया और भारतीय कार्रवाई की आलोचना की। इस प्रतिक्रिया के चलते भारत में इन देशों के उत्पादों और पर्यटन का बहिष्कार शुरू हो गया है।
डेस्टिनेशन वेडिंग पर भी उठे सवाल
भारत ने पहले ही तुर्की से आने वाले सेब का आयात रोक दिया है। इसके बाद एक और बड़ा कदम उठाते हुए तुर्की से मार्बल न लेने का भी फैसला किया गया है। यह कदम तुर्की के खिलाफ आर्थिक जवाब के रूप में देखा जा रहा है। अब मामला केवल व्यापार तक सीमित नहीं रहा। राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने मांग की है कि भारतीयों को तुर्की में डेस्टिनेशन वेडिंग करने से रोका जाए। उन्होंने यह सुझाव दिया है कि जब तुर्की पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है तो भारतीयों को भी वहां शादी जैसे आयोजनों से बचना चाहिए।
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तुर्की में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन
तुर्की, खासकर इस्तांबुल, भारतीयों की डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए एक पसंदीदा जगह रहा है। हर साल बड़ी संख्या में लोग तुर्की घूमने और शादी करने के लिए जाते हैं। तुर्की के सुंदर लोकेशन्स, शानदार होटल्स और अनोखी मेहमाननवाज़ी भारतीय शादियों को वहां खास बनाती हैं।
2022 से 2024 में सबसे ज्यादा भारतीय जोड़ों ने की थी तुर्की में शादी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2022 में तुर्की में लगभग 1,000 शादियां हुई थीं। इनमें सबसे ज्यादा संख्या भारतीय जोड़ों की थी। यह दर्शाता है कि तुर्की, भारत के लोगों के बीच डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए कितना लोकप्रिय है।
साल 2024 में करीब 50 भारतीय जोड़ों ने तुर्की में शादी की थी। हालांकि अब भारत में 'बॉयकॉट तुर्की' की मांग के बाद यह संख्या आगे घट सकती है। डेस्टिनेशन वेडिंग की बात करें तो इस्तांबुल सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली जगह है। न केवल भारत, बल्कि अमेरिका और अन्य देशों से भी लोग वहां शादी करने पहुंचते हैं। सामान्य तौर पर भी जब लोग तुर्की घूमने जाते हैं, तो उनकी पहली पसंद इस्तांबुल ही होती है।
ड्रोन और सैन्य सहयोग का मुद्दा
पाकिस्तान द्वारा भारत पर किए गए हमलों में तुर्किये निर्मित ड्रोन के उपयोग की पुष्टि के बाद स्थिति और गंभीर हो गई है। यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है और भविष्य में तुर्किये के रक्षा उपकरणों के आयात पर पाबंदी लग सकती है।
क्या होगा आगे का असर?
अगर भारत में तुर्की के खिलाफ यह रुख और सख्त होता है तो तुर्की की टूरिज्म इंडस्ट्री पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है। खासकर डेस्टिनेशन वेडिंग और व्यापार के क्षेत्र में तुर्की को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पाकिस्तान का साथ देना तुर्की के लिए महंगा साबित हो रहा है। भारत ने अब तुर्की के खिलाफ न सिर्फ आर्थिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर पर भी विरोध शुरू कर दिया है।