क्या दीपिका कक्कड़ को है कैंसर? Liver ट्यूमर का नाम सुनकर डर गए हैं आप तो पहले पढ़िए ये खबर
punjabkesari.in Friday, May 16, 2025 - 11:45 AM (IST)

नारी डेस्क: पिछले कुछ सालों से लिवर की समस्या बढ़ती जा रही है। दुनिया भर में करोड़ों लोग लिवर को लेकर परेशान हैं, अब इस लिस्ट में टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ का भी नाम जुड़ गया है। हाल ही में पता चला है कि उन्हें लिवर में टेनिस बॉल जितना ट्यूमर पाया गया है। बहुत से लोग लीवर में गांठें या ट्यूमर को कैंसर मान बैठते हैं, पर ऐसा नहीं है। इन दिनाें सौम्य लीवर ट्यूमर (Benign Liver Tumors) की समस्या भी काफी देखने को मिल रही है। ये आमतौर पर हानिकारक नहीं होतीं और ज़्यादातर मामलों में किसी गंभीर समस्या का कारण नहीं बनतीं।

सौम्य (Benign) लीवर ट्यूमर के प्रकार
हेमांगीओमा (Hemangioma): यह सबसे आम सौम्य लीवर ट्यूमर होता है। यह रक्त वाहिकाओं (blood vessels) का असामान्य जमाव होता है। ज़्यादातर मामलों में इसके कोई लक्षण नहीं होते और इसमें इलाज की ज़रूरत नहीं पड़ती। कभी-कभी बड़े आकार के हेमांगीओमा पेट में भारीपन या दर्द दे सकते हैं।
फोकल नोड्यूलर हाइपरप्लेसिया: यह भी एक गैर-कैंसरयुक्त गांठ है जो लीवर में बनती है। इसमें लीवर की सामान्य कोशिकाओं का असामान्य लेकिन सौम्य जमाव होता है। यह खासकर 20 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं में अधिक होता है। आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होता और इसका इलाज नहीं किया जाता।
हेपाटोसेलुलर एडेनोमा: यह भी एक सौम्य ट्यूमर है, लेकिन कभी-कभी यह फट सकता है या कैंसर में बदल सकता है, इसलिए इसकी निगरानी ज़रूरी होती है। यह अधिकतर उन महिलाओं में होता है जो लंबे समय तक हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों (oral contraceptive pills) का उपयोग करती हैं। यदि यह बड़ा हो जाए या लक्षण दे तो डॉक्टर इसे सर्जरी से हटाने की सलाह दे सकते हैं।
लक्षण (Symptoms) अगर हों तो
-पेट के दाईं ओर भारीपन या हल्का दर्द
-पेट में सूजन
-बहुत ही कम मामलों में रक्तस्राव (bleeding) या गांठ का फटना
जांच (Diagnosis):
-अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
-CT स्कैन / MRI
-ब्लड टेस्ट (Liver Function Test)

इलाज
अधिकतर मामलों में इलाज की आवश्यकता नहीं होती जब तक कोई लक्षण या जटिलता न हो। अगर ट्यूमर बड़ा हो, फटने का खतरा हो या लक्षण दे रहा हो, तो सर्जरीकी जा सकती है। नियमित निगरानी (Monitoring) आवश्यक हो सकती है।सौम्य लीवर ट्यूमर आमतौर पर नुकसानदायक नहीं होते और बिना इलाज के भी जीवन सामान्य रूप से चलता है। लेकिन किसी भी प्रकार की लीवर की गांठ की सटीक जांच और डॉक्टर से परामर्श बहुत जरूरी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह कैंसरयुक्त नहीं है।
लिवर कैंसर की ऐसे होती है पहचान
लिवर कैंसर (Liver Cancer) का सबसे पहला इशारा (प्रारंभिक लक्षण) अक्सर बहुत हल्का और सामान्य होता है, जिस वजह से इसे जल्दी पहचानना मुश्किल होता है। दाईं तरफ पेट के ऊपरी हिस्से में हलका या लगातार दर्द या भारीपन इसका सबसे पहला इशारा है। यह लिवर की जगह होती है। यदि वहां लगातार दबाव या दर्द महसूस हो, तो यह लिवर में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
लिवर कैंसर के अन्य शुरुआती लक्षण
-भूख कम लगना
-वजन का अचानक गिरना
-थकान और कमजोरी
-पेट में सूजन या भारीपन
-त्वचा और आंखों का पीला होना
-मतली या उल्टी महसूस होना
-शरीर में खुजली
-पेट में द्रव भराव
अगर आपको संदेह हो, तो ये जांच करवाई जा सकती है
-लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)
-अल्ट्रासाउंड / CT स्कैन / MRI
-Alpha-Fetoprotein (AFP) – लिवर कैंसर का एक ट्यूमर मार्कर
-बायोप्सी (यदि ज़रूरत हो)
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर आपको लगातार थकान, पेट में दर्द, भूख न लगना, या त्वचा पीली दिख रही हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं। लिवर कैंसर अगर शुरुआती अवस्था में पकड़ में आ जाए, तो उसका इलाज काफी हद तक संभव है।