100 साल तक भी मजबूत रहेगा आपका जिगर, बस कर लें इस पत्ते का ये छोटा सा उपाय
punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 07:21 PM (IST)

नारी डेस्क: अगर लिवर को तंदुरुस्त रखना है तो अरंडी के पत्ते को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। यह छोटा सा उपाय आपको 100 साल तक लिवर की बीमारी से बचा सकता है। यह कहना है योग गुरू बाबा रामदेव का, उनकी मानें तो अरंडी के पत्ते (Castor leaves) लिवर को इतना ताकतवर बनाते हैं कि व्यक्ति 100 साल तक निरोग और ऊर्जावान रह सकता है। , क्योंकि यह लिवर की सफाई, पुनरुत्थान और कार्यक्षमता बढ़ाने में बेहद लाभकारी माना जा रहा है।
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अरंडी के पत्तों के और भी हैं फायदे
लिवर डिटॉक्स करता है: अरंडी के पत्तों का सेवन या लेप करने से लिवर में जमा विषैले तत्व (toxins) बाहर निकल जाते हैं। इससे लिवर की सफाई होती है और उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है।
फैटी लिवर में फायदेमंद: अरंडी के पत्ते लिवर में जमा वसा को कम करते हैं। फैटी लिवर की स्थिति में इसका नियमित प्रयोग लाभदायक माना जाता है।
पाचन तंत्र को मजबूत करता है: लिवर स्वस्थ रहेगा तो भोजन ठीक से पचेगा। अरंडी पत्ते गैस, अपच, और एसिडिटी जैसी समस्याओं में भी राहत देते हैं।
जिगर को मजबूत बनाता है: बाबा रामदेव के अनुसार, अरंडी पत्तों में ऐसे गुण होते हैं जो जिगर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं और इसे उम्र के प्रभाव से बचाते हैं।
ब्लड प्यूरिफिकेशन में सहायक: अरंडी के पत्ते खून को साफ करने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा संबंधी रोगों से भी राहत मिलती है।
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कैसे करें अरंडी के पत्तों का उपयोग
पहले अरंडी के 2-3 ताजे पत्ते लें। उसे गर्म पानी में कुछ सेकंड भिगोएं। लिवर की जगह पर (दाईं पसलियों के नीचे) गर्म पत्तों को रखकर कपड़े से बांध दें। रोज़ 30-40 मिनट तक रखें, विशेषकर रात में सोने से पहले। इसके अलावा 5-10 ml अरंडी पत्ते का रस सुबह खाली पेट ले सकते हैं। ध्यान रखें कि यह प्रयोग केवल आयुर्वेदाचार्य की सलाह से करें। अरंडी के तेल से पेट और लिवर क्षेत्र में भी मालिश की जा सकती है, इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और लिवर की सफाई होगी।
इन बातों का रखें ध्यान
गर्भवती महिलाएं या कोई विशेष दवा ले रहे व्यक्ति उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह लें। बहुत अधिक मात्रा में सेवन से पेट दर्द या डायरिया हो सकता है। बिना अनुभव या मार्गदर्शन के पत्ते को कच्चा न खाएं।