शुगर-फ्री ड्रिंक को लेकर रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा, जानकर रह जाएंगे हैरान
punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 04:41 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल लोग अपनी सेहत को लेकर काफी जागरूक हो गए हैं। वजन और शरीर में जमा फैट को नियंत्रित रखने के लिए वे अपने खाने-पीने पर खास ध्यान देते हैं। ऐसे में कई लोग शुगर फ्री ड्रिंक या डाइट सोडा पीना ज्यादा पसंद करने लगे हैं। उनका तर्क होता है कि ये ड्रिंक पीने से शरीर में फैट नहीं बढ़ेगा और डायबिटीज का खतरा भी कम होगा। लेकिन क्या सच में ये ड्रिंक सेहत के लिए फायदेमंद हैं? इस सवाल का जवाब हाल ही में नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च ने दिया है।
शुगर फ्री ड्रिंक में छुपा है खतरा
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिसर्च बताती है कि शुगर फ्री ड्रिंक में एक पदार्थ Sucralose होता है। जो अगर किसी व्यक्ति द्वारा लगातार लिया जाए, तो यह दिमाग में भूख से जुड़े न्यूरोकेमिकल्स को सक्रिय कर देता है। इसका मतलब है कि शरीर खुद को भूखा समझने लगता है, चाहे उसने खाना खा लिया हो। इससे व्यक्ति की भूख बढ़ती है और अधिक खाने की आदत बन जाती है। अधिक खाने की वजह से शरीर में कैलोरी जमा हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
मोटापे के कारण धीरे-धीरे लिवर में भी फैट जमा होने लगता है, जो Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) यानी गैर-मादक फैटी लिवर बीमारी का खतरा बढ़ा देता है।
ये भी पढें: बार-बार नींद में मुंह सूखना हो सकता है किसी गंभीर बीमारी का संकेत, जानें क्या करें
कहां-कहां मिलता है Sucralose?
रिसर्च में बताया गया है कि शुगर फ्री ड्रिंक के अलावा डाइट कोला, शुगर फ्री चाय-कॉफी प्रीमिक्स, और Zero Calorie जूस में भी Sucralose पाया जाता है। ये सभी चीजें फैटी लिवर की समस्या को बढ़ावा दे सकती हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि शुगर फ्री ड्रिंक के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर के मेटाबॉलिज्म यानी चयापचय की प्रक्रिया पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शुगर फ्री ड्रिंक पीने वालों में लिवर की सूजन, फाइब्रोसिस और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी के लक्षण ज्यादा देखे गए हैं।
शुगर फ्री ड्रिंक से नुकसान कैसे होता है?
शुगर फ्री ड्रिंक में आर्टिफिशियल स्वीटनर होते हैं, जो इंसुलिन के स्तर को बिगाड़ सकते हैं।इसके अलावा ये ड्रिंक आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे लिवर और मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। शुगर फ्री ड्रिंक अक्सर भूख बढ़ा देती है, जिससे लोग अधिक कैलोरी का सेवन कर लेते हैं। यह वजन बढ़ने और फैटी लिवर की समस्या का कारण बन सकता है। कुछ शुगर फ्री ड्रिंक में छिपे हुए कार्ब्स, प्रिजर्वेटिव्स और अन्य तत्व भी लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्या शुगर फ्री ड्रिंक पूरी तरह छोड़ देनी चाहिए?
रिसर्च के अनुसार, कभी-कभी या सीमित मात्रा में शुगर फ्री ड्रिंक पीना नुकसानदायक नहीं होता। लेकिन अगर इसका नियमित और ज्यादा इस्तेमाल किया जाए तो फैटी लिवर का खतरा बढ़ सकता है। अगर किसी व्यक्ति को वजन या लिवर की समस्या है, तो उसे बेहतर होगा कि वह प्राकृतिक विकल्प अपनाए जैसे स्टेविया (Stevia) या गुड़, शहद की थोड़ी मात्रा। भूख बढ़ने पर बार-बार खाने की बजाय पेट को हाइड्रेशन, फाइबर और प्रोटीन से भरने की कोशिश करें।
स्वस्थ जीवनशैली के लिए क्या करें?
शुगर फ्री ड्रिंक की जगह सादा पानी, नारियल पानी, नींबू पानी, हर्बल चाय या बिना चीनी वाले प्राकृतिक पेय पदार्थ लें। ताजा और पौष्टिक भोजन करें, जिसमें सभी जरूरी पोषक तत्व शामिल हों। नियमित रूप से व्यायाम करें और वजन को नियंत्रित रखें। फैटी लिवर जैसी बीमारियों से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में सुधार करें।
शुगर फ्री ड्रिंक आज के समय में वजन और स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प माने जाते हैं, लेकिन ये हमेशा सुरक्षित नहीं होते। इनके लगातार और अधिक सेवन से आपके शरीर में फैट जमा हो सकता है और लिवर की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सही जानकारी के साथ संतुलित मात्रा में इनका सेवन करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।