पेट में दर्द या अन्य समस्याओं को शिशु ऐसे करते हैं जाहिर, जानें 5 देसी उपचार जो देंगे तुरंत राहत
punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2025 - 06:45 PM (IST)
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नारी डेस्क: शिशु के पेट में दर्द या अन्य समस्याओं का सामना करना हर माता-पिता के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बन सकता है। छोटे बच्चों का पाचन तंत्र पूरी तरह से विकसित नहीं होता, जिससे उन्हें गैस, कब्ज या पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये समस्याएं बच्चों को बहुत चिड़चिड़ा बना सकती हैं, और उनके लिए राहत दिलाना जरूरी होता है। इन समस्याओं के संकेत पहचानना माता-पिता के लिए बहुत जरूरी है, ताकि वे समय पर सही उपचार कर सकें। इस लेख में हम जानेंगे कि शिशु पेट की समस्याओं को कैसे जाहिर करते हैं और कैसे आप उन्हें देसी उपचार से राहत दे सकते हैं।
शिशु पेट की समस्याओं के संकेत
चिड़चिड़ापन और रोना: पेट में दर्द या गैस होने पर शिशु बहुत चिड़चिड़े हो जाते हैं। वे बिना किसी वजह के ज्यादा रो सकते हैं और उन्हें शांत करना मुश्किल हो सकता है। अगर आपका बच्चा बार-बार रो रहा है, तो यह पेट की समस्या का संकेत हो सकता है।
पेट में सिकुड़न या गोलाई में मोड़ना: पेट में दर्द के कारण शिशु अपना शरीर मोड़ सकते हैं और अक्सर पेट पर हाथ या पैर से दबाव डाल सकते हैं। वे पेट को खींचने की कोशिश करते हैं, जो इस बात का संकेत है कि उन्हें असहजता हो रही है।
कम भूख लगना: जब शिशु के पेट में दर्द या गैस होती है, तो उनकी भूख कम हो सकती है। वे दूध या खाना पीने से मना कर सकते हैं और बार-बार अपना मुंह मोड़ सकते हैं।
पेट फूलना: पेट में गैस होने से शिशु का पेट फूल सकता है। यह समस्या विशेष रूप से नवजात बच्चों में आम है, क्योंकि उनका पाचन तंत्र पूरी तरह से विकसित नहीं होता।
डायरिया या कब्ज: अगर शिशु को पेट की कोई समस्या है तो वे दस्त या कब्ज से भी परेशान हो सकते हैं। पेट में इन्फेक्शन या गैस की समस्या के कारण यह स्थिति बन सकती है।
शिशु के पेट दर्द के लिए 5 देसी उपचार
सौंफ का पानी
सौंफ पाचन को मजबूत करने और गैस को कम करने में मदद करती है। आप सौंफ का पानी बना सकते हैं और शिशु को थोड़ा-थोड़ा करके दे सकते हैं। इसके लिए सौंफ के कुछ दाने पानी में उबाल लें और उसे ठंडा करके बच्चे को दें। यह गैस, पेट दर्द और अपच में आराम पहुंचाता है।
हींग और गुड़
हींग पेट की गैस को दूर करने के लिए बेहद प्रभावी है। आप एक चुटकी हींग को पानी में घोलकर शिशु के नाभि में हल्के से लगा सकते हैं। इसके अलावा, गुड़ भी पाचन को बेहतर बनाता है। इसे थोड़ा गर्म करके शिशु को दिन में एक या दो बार दे सकते हैं।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते पेट के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अगर बच्चे को पेट में दर्द या गैस की समस्या हो तो आप तुलसी के पत्तों का रस निकालकर बच्चे को दे सकते हैं। यह पेट की समस्याओं से राहत दिलाता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।
सेंधा नमक और पानी
सेंधा नमक पेट की समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। आप इसे हल्के गुनगुने पानी में डालकर बच्चे को दे सकते हैं। यह पेट को शांत करता है और गैस की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
मालिश
पेट दर्द के समय बच्चे की हल्के हाथों से मालिश करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। आप बच्चे के पेट पर नरम हाथों से गोलाकार में मसाज कर सकते हैं। यह गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और शिशु को आराम महसूस होता है। मालिश करने से रक्त संचार भी बेहतर होता है और पेट की समस्याएं दूर होती हैं।
साइकिलिंग मोशन में घुमाएं
यदि शिशु के पेट में गैस बन गई है तो आप उसे साइकिल की दिशा के हिसाब से भी घुमा सकते हैं, ये तरीका काफी फायदेमंद माना जाता है।। जब पेट से गैस नहीं निकलती तो वह कब्ज और पेट दर्द का कारण बनती है। जबकि साइकिलिंग मोशन इस चीज में मदद कर सकता है।
नोट: हमेशा याद रखें, शिशु की सेहत के लिए किसी भी उपाय को अपनाने से पहले उसकी उम्र और उसकी स्थिति का ध्यान रखना चाहिए।
अस्वीकरण: यह जानकारी सामान्य जानकारी के आधार पर प्रदान की गई है। किसी भी उपचार को अपनाने से पहले कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें।