हलासन से दूर करें ये 7 हेल्थ प्रॉब्लम्स
punjabkesari.in Wednesday, Sep 18, 2019 - 01:07 PM (IST)

हलासन योग (Halasana Yoga) : योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है, जो तन और मन दोनों को स्वस्थ व निरोग रखती हैं। वैसे तो ऐसे कई योगासन है, जो बीमारियों से बचाने में मददगार है लेकिन आज हम आपको हलासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप हर छोटी बड़ी समस्या का हल कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं हलासन करने का तरीका और उसके फायदे
हलासन की विधि
इसे करने के लिए समतल जमीन पर कमर के बल सीधा लेट जाएं। अब दोनों हाथों को जांघों के पास जमीन पर रख दें। फिर सांस लेते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को सीधा उठाएं। अब हाथों को नीचे की ओर दबाएं और कमर को मोड़ते हुए पैरों को सिर के पीछे हल की तरह लगा दें। फिर बिना सिर उठाए 2-3 मिनट बाद धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थित में आ जाएं।
हलासन के फायदे (Halasana Benefits)
हलासन करता है मांसपेशियां मजबूत
नियमित हलासन करने से गर्दन, कंधे और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होगीं। इसके अलावा यह आसन आपके एब्स के लिए भी अच्छा होता है।
हलासन ग्रंथियों को रखता है सही
हलासन करने से व्यक्ति के पेट के अंदरूनी अंगों और थॉयराइड की ग्रंथियों को उत्तेजित करता है, जिससे आप थायराइड जैसी कई बीमारियों से बची रहती हैं। इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को भी ठीक रखता है।
हलासन देता है तनाव से राहत
इससे तंत्रिका तंत्र से संबंधित कोई दिक्कत नहीं होती जिससे आप तनाव, डिप्रेशन और थकान से बचे रहते हैं।
महिलाओं के लिए फायदेमंद
पीरियड्स दर्द राहत दिलाने में भी यह आसन बेहद फायदेमंद है लेकिन एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। साथ ही हलासन महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षणों को भी कम करता है।
हलासन करने से होता है वजन कन्ट्रोल
सुबह खुली जगह में यह आसन करने से मेटाबॉलिज्म तेज होती है,जिससे आपको वजन घटाने में काफी मदद मिलती है। साथ ही रोजाना यह आसन करने से बैली फैट भी कम होता है।
मजबूत पाचन क्रिया
इससे पाचन शक्ति बढ़ती है और भूख से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती है, जिससे आप पेट से जुड़ी दिक्कतों से बचे रहते हैं।
हलासन करे डायबिटीज को दूर
डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए यह आसन किसी वरदान से कम नहीं है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए जरूरी है। साथ ही यह आसन ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में मदद करता है।
हलासन की सावधानी
-अगर आप हॉर्निया, साटिका, अर्थराइटिस और गर्दन के दर्द से पीड़ित हैं तो आपको हलासन करने से परहेज करें।
-उच्च रक्तचाप और पीठ के दर्द के रोगियों को भी इस आसन से दूर रहना चाहिए।
-गर्भवती महिलाओं को भी इस आसन से दूर रहना चाहिए।
-आसन करते वक्त ध्यान रहे कि पैर तने हुए तथा घुटने सीधे रहें।