कैसे करें छोटे बच्चों के दांतों की सही देखभाल? पेरेंट्स के लिए आसान टिप्स

punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2025 - 06:37 PM (IST)

नारी डेस्क: बच्चों के दांतों की देखभाल करना हर पेरेंट्स के लिए एक जरूरी लेकिन कभी-कभी थोड़ा चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है। अगर छोटे बच्चों के दांतों की सही देखभाल नहीं की जाए, तो उनके दांतों में जल्दी कीड़े लग सकते हैं। 1 से 3 साल के बच्चे खुद से अपने दांतों की सफाई नहीं कर सकते, इसलिए पेरेंट्स को ही उनकी दांतों की देखभाल करनी पड़ती है। बच्चों की ओरल हेल्थ का ख्याल दांत निकलने के बाद से ही शुरू करना चाहिए। दांत निकलने से पहले भी, उनके मसूड़ों और जीभ की सफाई जरूरी है। इस तरह, बच्चे के दांत और मसूड़े स्वस्थ रहेंगे, और जर्म्स या कैविटी से बचाव होगा। बच्चे की संपूर्ण सेहत के लिए दांतों की सही देखभाल बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए इन टिप्स को अपनाना न भूलें।

बच्चे के पहले दांत का ध्यान रखें

जब बच्चे के पहले दांत (आमतौर पर 6-8 महीने के बीच) निकलते हैं, तब से ही दांतों की देखभाल शुरू कर देनी चाहिए। शुरुआत में, आप मुलायम गीले कपड़े से बच्चे के दांत और मसूड़े साफ कर सकते हैं। इससे बच्चे को किसी तरह की जलन नहीं होती और दांतों की सफाई हो जाती है।

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दो बार करें ब्रश

बच्चे के दांतों की सफाई का सबसे अच्छा समय सुबह और रात को सोने से पहले है। सुबह उठते समय दांतों को साफ करने से दिनभर के लिए ताजगी बनी रहती है, और रात को सोने से पहले ब्रश करने से किसी भी तरह के बैक्टीरिया को बढ़ने से रोका जा सकता है।

रात में ना दें दूध की बोतल

रात को बच्चे को बोतल में दूध देना उनके दांतों के लिए अच्छा नहीं होता। अगर बच्चे रात में सोते समय बोतल से दूध पीते हैं, तो दूध में मौजूद शर्करा दांतों पर चिपक जाती है और इससे बैक्टीरिया का विकास होता है, जो दांतों में कीड़े और कैविटी का कारण बन सकते हैं। रात को सोने से पहले बच्चे को दूध पिलाकर उनकी दांतों को अच्छे से साफ करना बहुत ज़रूरी है। इससे उनके दांत स्वस्थ रहेंगे और ओरल हेल्थ भी सही रहेगी। बेहतर होगा कि बच्चे को रात में बोतल के बजाय कप से दूध पिलाया जाए, ताकि उनके दांतों की सुरक्षा बनी रहे।

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बच्चे को पानी पीने की आदत डालें

जब बच्चे को मीठे जूस या शीतल पेय पीने की आदत डालते हैं, तो इससे दांतों पर प्लाक (कीटाणु) जमा हो सकता है और दांतों की सड़न बढ़ सकती है। इसलिए बच्चे को पानी पीने की आदत डालें और जूस या सोडा का सेवन कम से कम करें।

बच्चे को स्वस्थ डाइट दें

बच्चे के दांतों की सेहत सिर्फ सफाई से नहीं, बल्कि उनके खानपान से भी जुड़ी होती है। बच्चों को मीठे पदार्थों और शक्कर वाली चीजों से बचाएं, क्योंकि ये दांतों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसके बजाय, बच्चों को ताजे फल, सब्जियां, और दूध जैसी स्वस्थ चीजें दें, जो दांतों को मजबूत बनाए रखें।

पेसिफायर का यूज ठीक नहीं

पेसिफायर ना पकड़ाएं। कई बार ये नीचे गिरते रहते हैं और उसे ही बच्चा मुंह में डालता है। इससे ओरल हेल्थ खराब होता है। शिशु की ओरल हाइजीन का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। पेसिफायर रबर या सिलिकॉन का बना निप्पल जैसा होता है। इसे टीथर भी कहा जाता है। अक्सर पेरेंट्स दांत निकलने पर बच्चे को पेसिफायर देते हैं। बच्चा जब एक साल का हो जाए, तो इसे देना बंद कर दें।

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बच्चे के दांतों की सफाई का तरीका

जब बच्चे के 1-2 दांत निकल आए, तब आप सुबह और रात को उन्हें टूथब्रश से हल्के हाथों से साफ करें। 2 साल के बाद बच्चा खुद भी ब्रश करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन उसे सही तरीका सिखाएं और खुद से ब्रश करने में मदद करें। 2-3 साल की उम्र तक बच्चे को फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करने के बारे में डॉक्टर से सलाह लें।

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बच्चों के दांतों की देखभाल करना उनकी संपूर्ण सेहत के लिए बेहद जरुरी है।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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