सरकार ने लगाया Ban, बिना सोचे-समझे बच्चे को दे रहें Cough Syrup तो हो जाएं सावधान
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 06:37 PM (IST)

नारी डेस्क: सर्दी खांसी और जुकाम की चपेट में बच्चे जल्दी आ जाते हैं क्योंकि उनकी इम्यूनिटी स्ट्रांग नहीं होती। इससे राहत पाने के लिए अक्सर पेरेंट्स कई तरह के कोल्ड-कफ सिरप का इस्तेमाल करते हैं लेकिन अगर आप बिना डॉक्टरी सलाह या जानकारी के कोई भी खांसी की दवा बच्चे को दे रहे हैं तो अब जरा सावधान हो जाए क्योंकि भारत सरकार ने बच्चों को दी जाने वाली कुछ कफ-सिरप पर बैन लगा दिया है। यह कदम बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए उठाए गए हैं। अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है! जी हां, सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कुछ खांसी की दवाओं पर बैन लगा दिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि इन दवाओं का इस्तेमाल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। तो जानिए, किन दवाओं पर लगी है यह रोक और इसके पीछे सरकार का बड़ा फैसला क्या है।
सरकार का निर्णय: बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले ...
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने 18 दिसंबर को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर इन दवाओं के उपयोग पर रोक लगाने की घोषणा की। यह कदम विशेषज्ञ समितियों की सिफारिशों और बच्चों में इन दवाओं के दुष्प्रभावों को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है।
सरकारी नोटिफिकेशन के अनुसार, अब क्लोरफेनिरामाइन मैलेट और फिनाइलफ्रीन हाइड्रोक्लोराइड को मिलाकर बनाई जाने वाली सभी दवाओं (Fixed Dose Combination - FDC) की बिक्री, निर्माण और वितरण पर रोक लगा दी गई है। यानी अब इन दोनों दवाओं को मिलाकर बनी कोई भी सिरप, टैबलेट या अन्य दवा मार्केट में नहीं बिकेगी, न ही बनाई जा सकेगी। यह फैसला लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
15 अप्रैल को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि यदि दवा कंपनियां अपने उत्पाद के लेबल, पैकिंग और विज्ञापन सामग्री में स्पष्ट रूप से यह चेतावनी देती हैं कि "फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन का उपयोग 4 साल से कम उम्र के बच्चों में नहीं किया जाना चाहिए", तो उन्हें इन दवाओं का उत्पादन, बिक्री और प्रचार करने की अनुमति दी जा सकती है। यानी, सही चेतावनी देने की शर्त पर कंपनियां अपना काम जारी रख सकती हैं।
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— Nari (@NariKesari) April 18, 2025
DTAB और विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिश पर लिया गया फैसला
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह निर्णय औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड (DTAB) और विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद लिया गया है। इन समितियों ने फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) की जांच कर यह सलाह दी कि 4 साल से कम उम्र के बच्चों में ऐसे कॉम्बिनेशन वाली सभी दवाओं का इस्तेमाल रोका जाना चाहिए। यह FDC फार्मूला आमतौर पर सर्दी-जुकाम और एलर्जी के इलाज में उपयोग होने वाली कई ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाओं और सिरप में पाया जाता है।
सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जनहित में इस दवा के निर्माण, बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगाना जरूरी और उचित है, ताकि छोटे बच्चों की सेहत को किसी भी तरह के नुकसान से बचाया जा सके।
विशेषज्ञों की राय: दवाओं के दुष्प्रभावों पर चिंता
विशेषज्ञों के अनुसार, 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इन दवाओं का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। 2 से 4 साल के बच्चों के लिए इनका उपयोग केवल सावधानीपूर्वक और सीमित समय के लिए किया जाना चाहिए, क्योंकि इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स गंभीर हो सकते हैं।
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नोटः बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है। यह सुनिश्चित करेगा कि 4 साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी और सर्दी की दवाएं सुरक्षित रूप से दी जाएं। माता-पिता को भी इन दवाओं के उपयोग में सतर्कता बरतनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा नहीं देनी चाहिए।