नहीं बढ़ रहा बच्चे का कद! जाने कारण और सरल उपाय
punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 04:23 PM (IST)

नारी डेस्क: बच्चों का कद एक ऐसी चीज है जो माता-पिता को हमेशा चिंता में डाल देती है। बच्चों का कद सही से बढ़ रहा है या नहीं, यह सवाल उनके विकास और सेहत के बारे में बहुत कुछ बताता है। कई बार यह देखा जाता है कि बच्चे का कद कम बढ़ता है, जो कि चिंता का विषय बन सकता है। हाल ही में हुए शोध में यह पाया गया कि जेनेटिक्स सिर्फ एक कारण है जिसके चलते बच्चों का कद छोटा रह जाता है। इसके अलावा भी कई और कारण हैं जिनकी वजह से बच्चों का कद उस रफ्तार से नहीं बढ़ पाता। आइए जानते हैं वह कारण और उनका समाधान।
पोषण की कमी
बच्चों का कद बढ़ाने के लिए पोषण का बहुत बड़ा हाथ होता है। सही आहार से बच्चों के शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं जो उनके कद को बढ़ाने में मदद करते हैं। सही पोषण में कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन का सही संतुलन होना चाहिए, ताकि बच्चों के हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत हो सकें। हड्डियों के मजबूत होने के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। इसके लिए दूध, पनीर, दही, हरी सब्जियां और फलियां बच्चों के आहार में शामिल करें। मांसपेशियों के विकास के लिए प्रोटीन जरूरी है। बच्चों को अंडा, दाल, मांस, सोया प्रोडक्ट्स आदि देने चाहिए। बच्चों को पर्याप्त विटामिन D मिलने से उनके शरीर को कैल्शियम अच्छे से मिलता है। इसके लिए धूप में खेलना बहुत फायदेमंद है।
व्यायाम और योगा
शारीरिक गतिविधियों का बच्चों के शरीर पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। व्यायाम और योगा से बच्चे शारीरिक रूप से फिट रहते हैं और उनके शरीर का विकास बेहतर तरीके से होता है। रोजाना व्यायाम करने से बच्चों का शरीर मजबूत और लचीला होता है। योगा बच्चों को मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से फायदा पहुंचाता है। योग के आसन जैसे ताड़ासन, सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, आदि बच्चों के कद को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, योग से बच्चों का तनाव भी कम होता है, जिससे उनका विकास तेजी से होता है।
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बुरी आदतें
बच्चों के लगातार शारीरिक और मानसिक विकास में बुरी आदतें एक बड़ी रुकावट बन सकती हैं। माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों को कोई ऐसी आदतें न लगें जो उनके विकास को धीमा कर दें। बच्चों को कभी भी आर्टिफिशियल हार्मोन के कैप्सूल या दवाइयां नहीं देनी चाहिए। बुरी संगत: बुरी संगत भी बच्चों के स्वास्थ्य और विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। कुछ बच्चे अपनी कम उम्र में ही शराब, सिगरेट और नशीली दवाइयों का सेवन करना शुरू कर देते हैं। यह उनके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है और शरीर के सामान्य विकास को रोकता है। इसलिए बच्चों को अच्छी संगत में रखें और उन्हें सकारात्मक आदतें सिखाएं।
अच्छी नींद
अच्छी नींद बच्चों के शरीर के विकास के लिए महत्वपूर्ण होती है। बच्चों को कम से कम 8 घंटे की नींद रोज़ लेनी चाहिए। यह उनके शरीर को ठीक से आराम करने और विकास करने में मदद करता है। बच्चों के सोने के लिए अच्छा और आरामदायक वातावरण बनाना जरूरी है। घर में ऐसा वातावरण सुनिश्चित करें, जिससे बच्चे आराम से सो सकें। बच्चों को सोने के लिए पर्याप्त जगह मिलनी चाहिए, ताकि वे आराम से पैर फैला कर सो सकें। यदि दिन के समय बच्चे सो रहे हैं, तो कमरे में हल्की रोशनी रखें, ताकि वातावरण शांत और सोने के अनुकूल हो।
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डॉक्टर की सलाह
अगर आप बच्चों की सेहत, आहार और शारीरिक गतिविधियों का ध्यान रखते हुए भी उनके कद में उतनी वृद्धि नहीं देख रहे हैं, जितनी होनी चाहिए, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो सकता है। कई बार आनुवंशिक कारणों के अलावा भी कुछ मेडिकल समस्याएं हो सकती हैं, जो बच्चों के विकास को प्रभावित करती हैं। बच्चों के कद का विकास 18-20 वर्ष तक होता है, इसलिए इस अवधि में यदि कद में कोई समस्या हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।बच्चों की हड्डियों, हार्मोनल लेवल और अन्य शारीरिक स्थितियों की जांच डॉक्टर कर सकते हैं, जिससे सही कारण का पता चल सके और उचित उपचार दिया जा सके।
बच्चों का कद बढ़ाने के लिए केवल जेनेटिक्स ही जिम्मेदार नहीं होते, बल्कि पोषण, व्यायाम, अच्छी नींद, बुरी आदतों से बचाव, और डॉक्टर की सलाह भी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यदि फिर भी कद में रुकावट आ रही हो, तो समय रहते डॉक्टर से परामर्श लें।