बच्चों में डायबिटीज के 9 खतरनाक संकेत, जानिए क्या हैं शुरुआती लक्षण

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 05:11 PM (IST)

 नारी डेस्क: डायबिटीज एक ऐसी दीर्घकालिक स्थिति है जो शरीर द्वारा भोजन को ऊर्जा में बदलने के तरीके को प्रभावित करती है। यह दो मुख्य प्रकार की होती है: टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 डायबिटीज आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होती है, जबकि टाइप 2 डायबिटीज वयस्कों में अधिक देखी जाती है, लेकिन यह बच्चों और किशोरों में भी विकसित हो सकती है। बच्चों में डायबिटीज के शुरुआती संकेतों की पहचान करना बहुत ज़रूरी है, ताकि इसका सही समय पर इलाज किया जा सके।

टाइप 1 डायबिटीज

यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अग्न्याशय में इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला कर देती है। नतीजतन, शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है। इस प्रकार के डायबिटीज के इलाज के लिए जीवनभर इंसुलिन की जरूरत होती है।

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टाइप 2 डायबिटीज

यह तब होता है जब शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता या पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता। यह आमतौर पर खराब आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी, और अधिक वजन के कारण होता है। यह बच्चों में भी हो सकता है, और इसके लक्षण जल्दी पहचानना जरूरी होता है।

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बच्चों में डायबिटीज के शुरुआती संकेत

बार-बार पेशाब आना: अगर बच्चा असामान्य रूप से बार-बार पेशाब करता है या बिस्तर गीला कर देता है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।

अत्यधिक भूख लगना: अगर बच्चे को अधिक भूख लगने के बावजूद वजन घट रहा हो, तो यह डायबिटीज का एक और संकेत हो सकता है।

थकान बढ़ना: बच्चे को अधिक थकान महसूस हो सकती है, खासकर अगर वह पर्याप्त आराम करने के बावजूद सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।

अचानक दृष्टि में बदलाव: धुंधली दृष्टि या चीजों को ठीक से देख पाने में परेशानी डायबिटीज का एक प्रमुख लक्षण हो सकता है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

घावों का धीरे-धीरे ठीक होना: अगर बच्चा चोट, कट या घाव के बाद धीरे-धीरे ठीक हो रहा हो, तो यह भी डायबिटीज का संकेत हो सकता है। उच्च शर्करा स्तर शरीर की घावों को ठीक करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

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बार-बार संक्रमण होना: त्वचा, मूत्र मार्ग या मसूड़ों में बार-बार संक्रमण होना, खासकर बैक्टीरिया के कारण, डायबिटीज का संकेत हो सकता है। यह उच्च शर्करा स्तर के कारण होता है।

अधिक प्यास लगना:अगर बच्चा बार-बार पानी मांगता है और उसे अधिक प्यास लगती है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता 
 है। यह पेशाब के कारण शरीर के निर्जलीकरण से बचने के लिए होता है।

मूड बदलना: अगर बच्चा चिड़चिड़ा हो, अचानक मूड में बदलाव हो या व्यवहार में अजीब परिवर्तन दिखे, तो यह भी डायबिटीज के संकेत हो सकते हैं, खासकर जब इसके साथ अन्य लक्षण भी हो।

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झुनझुनी महसूस होना: डायबिटीज के कारण बच्चों को हाथों, पैरों या टांगों में सुन्नता या झुनझुनी जैसी असामान्य संवेदनाओं का अनुभव हो सकता है।

बच्चों में डायबिटीज के इन शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, ताकि समय रहते इलाज किया जा सके और स्थिति को बढ़ने से रोका जा सके। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
 
 

 

 


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Priya Yadav

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