चार धाम यात्रा में चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर होगी कार्रवाई, जाने से पहले पढ़ लें सारे नियम
punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 10:34 AM (IST)

नारी डेस्क: देशभर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनने जा रही चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां चल रही है। यात्रा से पहले कई दिशा-निदेर्श भी जारी किए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा को व्यवस्थित व सुगम बनाने के लिए यह आदेश दिए गए हैं कि यात्रा के दौरान वाहन चालकों को चप्पल या सैंडल पहनकर गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं होगी। अगर आप भी चारधाम यात्रा में जाने की योजना बना रहे हैं तो पहले सभी नियमों को अच्छे से जान लें।
बंद जूते पहनकर ही गाड़ी चलाने की होगी इजाजत
प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि व्यवसायिक वाहन चालकों को विशेष प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र, फिटनेस सर्टिफिकेट और वाहन के सभी दस्तावेज पूरे रखने होंगे। इसके साथ ही चालकों की वेशभूषा, व्यवहार और स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जाएगी। एडवाइजरी में कहा गया है कि वाहन चलाते समय केवल बंद जूते या ट्रैकिंग शूज पहनना अनिवार्य है चप्पल, स्लीपर, सैंडल पहनकर वाहन चलाने पर कार्रवाई की जाएगी।
13.5 लाख लोगों ने करवाया पंजीकरण
इस बार तीर्थयात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी, अब तक करीब 13.5 लाख लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। पीएम मोदी ने इस यात्रा के लिए 'ग्रीन यात्रा' की टैगलाइन दी है, इसलिए तीर्थयात्रियों से अपील की जा रही है मार्ग पर कूड़ा-कचरा न फैलाएं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का इस्तेमाल न करें।
4 मई को खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट
बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुल रहे हैं। राज्य सरकार यात्रा से पहले चारधाम यात्रा की तैयारी कर रही है, जबकि यात्रा के लिए बीकेटीसी स्तर पर लगातार तैयारियां की जा रही हैं। बद्रीनाथ धाम में मौसम साफ है, हालांकि कुछ स्थानों और आसपास की पहाड़ियों पर अभी भी बर्फ देखी जा सकती है। उत्तराखंड के चार पवित्र स्थलों - यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ - से युक्त इस तीर्थयात्रा पर हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। तीर्थयात्रा आमतौर पर मौसम की स्थिति के आधार पर अप्रैल/मई में शुरू होती है और नवंबर तक चलती है।