आज सावन के पहले शनिवार को कर लें ये छोटा सा उपाय, साढ़ेसाती और ढैय्या से मिल जाएगी मुक्ति
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 11:16 AM (IST)

नारी डेस्क: सावन का महीना शिवभक्ति के लिए ही नहीं, बल्कि शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए भी अत्यंत शुभ और प्रभावशाली माना जाता है। विशेष रूप से, जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढय्या, या शनि दोष चल रहा होता है, उनके लिए सावन में किए गए कुछ विशेष उपाय बहुत राहत देने वाले सिद्ध हो सकते हैं। सावन के पहले शनिवार पर जानते हैं शमी के पत्तों, शिवलिंग पूजन से जुड़े विशेष उपाय।

शमी के पत्तों के उपाय
हर सोमवार और शनिवार को शिवलिंग पर चढ़ाएं शमी के पत्ते। शमी के पत्ते भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं और यह शनि के दोष को भी शांत करते हैं। “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए शिवलिंग पर 7 शमी पत्र अर्पित करें। शनिवार को शमी वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह शनि की कृपा प्राप्त करने का श्रेष्ठ उपाय है। एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें शमी पत्र डालें और उस जल से शिवलिंग पर अभिषेक करें।
शनिवार को करें ये उपाय
-पीपल की पूजा करें और जल जल चढ़ाएं, ध्यान रखें जल शाम को नहीं, केवल सुबह ही चढ़ाएं।
- शनिवार को गरीब, जरूरतमंद या ब्राह्मण को काले तिल, कंबल, लोहा और काले उड़द का दान करें।
-शनिवार को व्रत रखें और सूर्यास्त के बाद भोजन करें, यह व्रत मन को संयम में रखता है और शनि की दृष्टि से सुरक्षा देता है।
काली गाय को रोटी व गुड़ खिलाएं, इससे शनि ग्रह की शांति होती है और पुण्य प्राप्त होता है
-शनि कृपा के लिए "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जप रोज जपें, विशेष रूप से सावन में

इन बातों का रखें ध्यान
साढ़ेसाती के दौरान शिवलिंग पर अर्पण करने वाली वस्तुएं बहुत प्रभावी मानी जाती हैं, क्योंकि भगवान शिव की उपासना से शनि दोष शांत होता है। पर ध्यान रखें शिवलिंग पर एक समय में एक वस्तु ही अर्पित करें। बिल्वपत्र तीन पत्तियों का एक साथ जुड़ा होना चाहिए, फटा या सूखा न हो। शमी पत्र दक्षिण दिशा से तोड़ें और बिना झाड़े सीधे चढ़ाएं। तांबे या स्टील के लोटे से जल/दूध चढ़ाएं।