साइलेंट किलर है ये Cancer, शुरुआत में दर्द नहीं होता लेकिन लक्षण जरूरत दिखते हैं

punjabkesari.in Monday, Apr 07, 2025 - 05:34 PM (IST)

नारी डेस्क: कैंसर शब्द सुनते ही हमारे मन में डर पैदा हो जाता है और यह डर वाजिब भी है, क्योंकि यह एक गंभीर और जानलेवा बीमारी हो सकती है। हालांकि, आजकल कैंसर का इलाज संभव हो चुका है लेकिन कई बार कैंसर का पता देर से चलता है जिससे इसका इलाज करना कठिन हो जाता है। इसका कारण अक्सर कैंसर का लास्ट स्टेज में पता चलना होता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रकार का कैंसर है पैंक्रियाज कैंसर, जिसे पहचान पाना और इलाज करना मुश्किल हो सकता है। इसीलिए इसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। आइए जानते हैं पैंक्रियाज कैंसर के बारे में विस्तार से।

पैंक्रियाज कैंसर क्यों कहलाता है 'साइलेंट किलर'?

पैंक्रियाज कैंसर को 'साइलेंट किलर' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत मामूली या बिल्कुल न के बराबर होते हैं। इस कारण इसे समय रहते पहचान पाना मुश्किल होता है। बहुत से मामलों में, जब इसके लक्षण स्पष्ट होते हैं, तब तक यह कैंसर एडवांस स्टेज तक पहुंच चुका होता है। और जब कैंसर का इलाज इस स्टेज पर पहुंचता है, तो इसकी सफलता की संभावना काफी कम हो जाती है।

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पैंक्रियाज कैंसर के लक्षण

पैंक्रियाज कैंसर के लक्षण आमतौर पर सामान्य होते हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए, शरीर में दिखने वाले किसी भी बदलाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय रहते लक्षणों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं पैंक्रियाज कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण, जिन्हें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

पेट या पीठ के ऊपरी हिस्से में लगातार दर्द: पैंक्रियाज कैंसर की शुरुआत में पेट या पीठ के ऊपरी हिस्से में हल्का या तेज दर्द हो सकता है, जो अक्सर बढ़ता ही जाता है।

अचानक से शरीर का वजन घटना: कैंसर के कारण शरीर का वजन बिना किसी कारण के घटने लगता है।

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भूख न लगना या कम लगना: पैंक्रियाज कैंसर के मरीजों को अचानक से भूख कम लगने लगती है या बिल्कुल भी भूख नहीं लगती।

आंखों और स्किन का रंग पीला पड़ना: यदि आपकी त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला दिखाई देने लगे, तो यह पैंक्रियाज कैंसर का संकेत हो सकता है।

मिचली या उल्टी महसूस होना: पैंक्रियाज कैंसर के रोगियों को बार-बार मिचली या उल्टी महसूस हो सकती है, जो सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से अलग होती है।

काफी ज्यादा थकावट महसूस होना: अचानक से अत्यधिक थकान का अनुभव होना, जबकि आप सामान्य रूप से कोई काम नहीं कर रहे होते, यह भी एक लक्षण हो सकता है।

गहरे रंग का पेशाब और हल्के रंग का मल होना: यदि पेशाब का रंग गहरा हो और मल हल्का हो, तो यह पैंक्रियाज के किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

अचानक से डायबिटीज डिटेक्ट होना: पैंक्रियाज में होने वाली समस्याएं, जैसे कैंसर, अचानक से डायबिटीज का कारण बन सकती हैं।

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पैंक्रियाज कैंसर का जोखिम किन लोगों को होता है?

अधिक धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन करने वाले व्यक्तियों को पैंक्रियाज कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।

60 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्ग: पैंक्रियाज कैंसर का खतरा अधिकतर 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में पाया जाता है।

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फैमिली हिस्ट्री में कैंसर होना: अगर आपके परिवार में किसी को पैंक्रियाज कैंसर या अन्य प्रकार के कैंसर की बीमारी रही हो, तो आपको इसका खतरा अधिक हो सकता है।

मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज के मरीज: अधिक वजन और टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग भी पैंक्रियाज कैंसर के जोखिम में होते हैं।

पैंक्रियाज कैंसर एक खतरनाक और साइलेंट किलर है, जिसके लक्षण शुरुआत में बहुत सामान्य होते हैं। यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी का भी अनुभव करते हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते अगर इसका पता चलता है, तो इलाज की संभावना बेहतर हो सकती है। ध्यान रखें, शरीर के किसी भी बदलाव को नजरअंदाज न करें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाते रहें।




 


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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