50 से ज्यादा हत्याएं कर लाशें मगरमच्छों को खिलाने वाला सीरियल किलर राजस्थान से गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, May 21, 2025 - 10:05 AM (IST)

नारी डेस्क: देशभर में आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात सीरियल किलर डॉ. देवेंद्र शर्मा को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राजस्थान के दौसा जिले से गिरफ्तार कर लिया है। ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से कुख्यात यह अपराधी पिछले साल तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद फरार चल रहा था। वह खुद को आध्यात्मिक गुरु बनाकर एक आश्रम में छिपा हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया।
आश्रम में बन बैठा था ‘पुजारी’
दिल्ली पुलिस के डीसीपी (क्राइम ब्रांच) आदित्य गौतम ने बताया कि आरोपी देवेंद्र शर्मा फर्जी पहचान पत्र के सहारे पुजारी बनकर दौसा के एक दूरस्थ आश्रम में रह रहा था। पुलिस ने लगभग छह महीने तक निगरानी और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के बाद इस सनसनीखेज गिरफ्तारी को अंजाम दिया। वह श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ और प्रवचन देता था, ताकि अपने आपराधिक अतीत पर पर्दा डाल सके।
सीरियल किलिंग का खौफनाक पैटर्न
शर्मा को 2002 से 2004 के बीच टैक्सी और ट्रक चालकों की निर्दय हत्याओं के लिए उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। पुलिस के अनुसार वह अपने साथियों के साथ मिलकर चालकों को फर्जी बुकिंग के बहाने बुलाता, उनकी हत्या करता, फिर शवों को कासगंज (उत्तर प्रदेश) की एक मगरमच्छों से भरी नहर में फेंक देता था। उसका मकसद था कि लाशों का कोई सबूत न बचे।
शर्मा ने खुद कबूला है कि उसने कम से कम 50 हत्याएं की हैं, हालांकि कई रिपोर्ट्स के मुताबिक यह संख्या 100 से भी ज्यादा हो सकती है।
125 से अधिक अवैध किडनी ट्रांसप्लांट कराए
देवेंद्र शर्मा का आपराधिक करियर 1990 के दशक में शुरू हुआ जब उसने एक अवैध अंग प्रत्यारोपण रैकेट चलाना शुरू किया। राजस्थान से बीएएमएस की डिग्री लेने के बाद उसने 1984 में अपना क्लिनिक शुरू किया और 1995 से 2004 के बीच देशभर में फैले नेटवर्क के जरिए 125 से ज्यादा अवैध किडनी ट्रांसप्लांट कराए। वह गरीब लोगों को धोखे में रखकर या जबरदस्ती उनके अंग निकालकर उन्हें अमीर मरीजों को बेचता था।
ट्रक लूट, सिलेंडर चोरी और संगठित गिरोह भी चलाता था
शर्मा पर सिर्फ हत्याएं और अंग तस्करी के ही नहीं, बल्कि एलपीजी सिलेंडर से लदे ट्रकों की लूट, चालकों की हत्या और माल की कालाबाजारी जैसे गंभीर आरोप भी हैं। पुलिस के अनुसार वह हर एक ट्रक लूट या हत्या के बदले 7 लाख रुपये तक वसूलता था। उसके खिलाफ 27 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, अपहरण, डकैती और तस्करी जैसे संगीन अपराध शामिल हैं।
पहले भी तोड़ी थी पैरोल, फिर हुआ था फरार
यह पहली बार नहीं है जब डॉक्टर शर्मा पैरोल पर बाहर आकर फरार हुआ है। जनवरी 2020 में भी उसे 20 दिन की पैरोल मिली थी लेकिन वह सात महीने तक फरार रहा। जुलाई 2020 में उसे दोबारा दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। अब 2023 में फिर से वही इतिहास दोहराया गया, लेकिन इस बार उसने खुद को एक संत की वेशभूषा में छिपा लिया।
अब क्या होगा?
पुलिस ने बताया कि आरोपी को अब दिल्ली लाया जा चुका है, जहां उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा और उसके पुराने मामलों की सुनवाई फिर से शुरू की जाएगी।
पुलिस को उम्मीद है कि डॉ. शर्मा से पूछताछ के दौरान अभी तक अनसुलझे रहस्यों, लापता लोगों, और अपराधी नेटवर्क के बारे में अहम जानकारियां मिल सकती हैं।