अहोई अष्टमी के दिन करें ये विशेष उपाय, जल्दी गूंजेगी आंगन में किलकारियां

punjabkesari.in Friday, Nov 06, 2020 - 01:11 PM (IST)

हर साल कार्तिक मास में करवाचौथ के ठीक 4 दिन बाद अहोई अष्टमी का दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत 8 नवंबर दिन रविवार को रखा जाएगा। इस दिन महिलाएं अपनी संतान की अच्छी सेहत व लंबी आयु के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती है। साथ ही निसंतान महिलाएं संतान की प्राप्ति के लिए देवी मां का व्रत करती है। इस शुभ दिन पर माता पार्वती की अहोई रूप में पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करके संतान प्राप्ति और बच्चों के जीवन में सुख-शांति व खुशहाली लाई जा सकती है। 

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चांदी के मोतियों से तैयार माला 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अहोई अष्टमी के दिन लाल धागे में चांदी के 9 मोतियों से माला बनाएं। फिर उस माला को अहोई पूजा पर देवी मां को चढ़ाकर संतान प्राप्ति की कामना करें। ऐसा करने से जल्दी ही देवी की कृपा हो झोली संतान सुख से भर जाएगी। 

दूध-भात का लगाएं भोग 

मान्यताओं के अनुसार, संतान की प्राप्ति के लिए देवी मां का व्रत और पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन अहोई माता की पूजा के बाद भगवान शिव और देवी पार्वती को दूध और भात का भोग लगाना शुभ होता है। शान के समय किसी मंदिर में पीपल के पास घी का दीपक जलाकर उसकी परिक्रमा करने से अहोई माता की कृपा होती है। साथ ही इस शुभ दिन में घर के खाने का आधा हिस्से गाय माता को अर्पित करना चाहिए। 

सफेद रंग के फूल 

पूजा के समय देवी मां को सफेद रंग के फूल चढ़ाएं। घर के सदस्यों जितने पौधे लगाएं। साथ ही एक पौधा तुलसी का जरूर लगाएं। शाम को पूजा के बाद तारों को देखकर उनसे संतान प्राप्ति और अच्छे भविष्य की कामना करें। 

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माता पार्वती और शिवजी की करें पूजा 

माता पार्वती और शिवजी की असीम कृपा पाने के लिए इस दिन घर में पारद शिवलिंग लाएं। फिर रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में जाग कर नहाकर साफ कपड़े पहनकर शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें। ऐसा भैया दूज के दिन तक लगातार करें। ऐसा करने से माता पार्वती और शिवजी प्रसन्न हो निंतान को पुत्र रत्न का आर्शीवाद देते हैं। साथ ही घर के सदस्यों को सेहत व खुशहाली देते हैं। 

भगवान गणेश के मंत्रों का करें जाप 

मान्यता है कि अहोई अष्टमी के दिन से लगातार 45 दिनों तक गणपति देवी की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए रोजाना सुबह उठकर साफ कपड़े पहन लें। फिर गणपति देव की मूर्ति के आगे बिल्व पत्र अर्पित करते हुए ‘ओम पार्वतीप्रियनंदनाय नम:’ मंत्र का करीब 11 माला जाप करें। इससे जल्दी ही संतान का सुख प्राप्त होता है। 


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neetu

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