केमिस्ट्री प्रोफेसर ने कोर्ट में सुनाया ऐसा किस्सा कि जज की बोलती हुई बंद, पति को करंट से मारने का है आरोप
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 01:56 PM (IST)

नारी डेस्क: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एक सुनवाई के दौरान कुछ ऐसा सुनने को मिला जिससे जज तो हैरान रह गए साथ ही सोशल मीडिया में भीहलचल मच गई। एक 60 वर्षीय रसायन शास्त्र की प्रोफेसर ने अपने पति की हत्या बिजली का झटका देकर करने के आरोप के विरुद्ध अत्यंत वैज्ञानिक और आत्मविश्वास से भरे बचाव से कोर्ट रूम में मौजद सभी लोगों को अचंभित कर दिया।
जज - आप पर आरोप है कि आपने अपने पति को इलेक्ट्रिक करेंट लगाकर मार डाला!
— Vishal JyotiDev Agarwal 🇮🇳 (@JyotiDevSpeaks) May 28, 2025
आरोपित महिला - पोस्टमार्टम रूम में यह व्यवस्था ही नहीं होती कि थर्मल बर्न मार्क और इलेक्ट्रिक बर्न मार्क में अंतर पता चल सके!
(आरोपित महिला केमिस्ट्री की प्रोफेसर हैं) pic.twitter.com/KtpKl394dm
दरअसल केमिस्ट्री प्रोफेसर पर अपने डॉक्टर पति की इलेक्ट्रिक शॉक देकर हत्या करने का आरोप है। सुनवाई के दौरान जस्टिस विवेक अग्रवाल और जस्टिस देवनारायण मिश्रा की पीठ ने जब उनसे पति की हत्या को लेकर सवाल किए तो उसका जो जवाब आया वह काफी हैरान कर देने वाला था।आरोपी महिला कहा- 'सर, पोस्टमार्टम रूम में थर्मल बर्न और इलेक्ट्रिक बर्न में अंतर कर पाना संभव नहीं है। जब करेंट शरीर से गुजरता है, तो मेडिकल मेटल के कण टिशू में जम जाते हैं। बाद में लैब में उसे एचसीएल या नाइट्रिक एसिड में घोलकर परीक्षण किया जाता है। वहां असली पहचान होती है कि बर्न किस कारण से हुआ'।
कोर्ट में महिला ने जो वैज्ञानिक और रसायनशास्त्र से जुड़ी दलीलें दीं, उसे सुन जज भी सोच में पड़ गए। सोशल मीडिया पर अनोखी दलील का एक वीडियो भी सामने आया है जो तेजी से वायरल हो रहा है। साल 2021 में ग्वालियर में सेवानिवृत्त डॉक्टर नीरज पाठक की रहस्यमयी मौत ने सभी को चौंका दिया था। आरोप था कि कॉलेज में केमिस्ट्री की प्रोफेसर ममता पाठक ने अपने पति को पहले नींद की गोलियां दीं और फिर उन्हें इलेक्ट्रिक शॉक देकर मार डाला। 2022 में सेशन कोर्ट ने ममता को हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की और कुछ महीने पहले उन्हें जमानत मिल गई।