जून में इस दिन से शुरु होने वाला है चतुर्मास, 5 महीने तक नहीं कर पाएंगे कोई शुभ काम
punjabkesari.in Monday, Jun 12, 2023 - 04:56 PM (IST)
हिंदू धर्म के अनुसार, चतुर्मास का विशेष महत्व बताया गया है। चर्तुमास में चार महीने ऐसे होते हैं जब भगवान विष्णु क्षीर सागर में निंद्रा के लिए जाते हैं। यह मास आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से शुरु होकर कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि तक रहता है। इस साल चर्तुमास 29 जून से शुरु होने जा रहा है। जून महीने के आखिरी हफ्ते में देवशयनी एकादशी होने से इस बार चतुर्मास 5 महीने का होगा। वहीं इस दौरान शादी-विवाह और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाए। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस बार चर्तुमास कब शुरु होने वाला है...
4 की जगह 5 महीने का होगा चर्तुमास
वैसे तो चर्तुमास चार महीने का होता लेकिन इस बार अधिक मास के कारण चर्तुमास 5 महीने का होने वाला है। वहीं देवशयनी एकादशी 29 जून को है। इस दिन से लेकर भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी तक योग निद्रा में चले जाते हैं जब फिर देवउठनी एकादशी से भगवान विष्णु बाहर आते हैं तो चतुर्मास खत्म होता है। वहीं इस बार देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है इसके अनुसार, चतुर्मास 30 जून को लगेगा और 23 नवंबर को खत्म होगा।
चर्तुमास में पड़ेगे ये त्योहार
चर्तुमास को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं जैन धर्म के लिए भी ये 4 महीने बहुत ही ज्यादा महत्व रखते हैं। चर्तुमास में कई सारे त्योहार पड़ते हैं जैसे सावन सोमवार, रक्षाबंधन, नागपंचमी, गणेशोत्सव, पितृ पक्ष, नवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, राधाष्टमी, अनंत चतुर्दशी, कजरी तीज, हरतालिका तीज, ऋषि पंचमी, परिवर्तिनी एकादशी, अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन जैसे कई मासिक त्योहार आते हैं।
नहीं किए जाते इस दौरान ये कार्य
चर्तुमास में वैसे तो पूजा-पाठ, अनुष्ठान करने का विशेष महत्व बताया गया लेकिन वहीं अगर ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान शादी-विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, नया वाहन खरीदना, नई प्रॉपर्टी खरीदना, कोई नया बिजनेस शुरु करना जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।