13 अप्रैल को Baisakhi के दिन ज़रूर करें इन चीज़ों का दान, बनेंगे बिगड़े काम
punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 06:06 PM (IST)

नारी डेस्क: बैसाखी, जो हर साल 13 या 14 अप्रैल को मनाई जाती है, सिर्फ एक फसल उत्सव नहीं है बल्कि एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण दिन है। खासतौर पर पंजाब और उत्तर भारत में इसे नए साल की शुरुआत और रबी की फसल कटाई के पर्व के रूप में मनाया जाता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि बैसाखी के दिन किया गया दान कई गुना फल देता है और जीवन के रुके हुए काम भी बनने लगते हैं।
बैसाखी का धार्मिक महत्व
बैसाखी का संबंध केवल किसानों और खेती से नहीं है, बल्कि यह दिन सिख धर्म में भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसी दिन 1699 में गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इस दिन को हिन्दू पंचांग के अनुसार बैसाख महीने की संक्रांति भी माना जाता है। संक्रांति पर दान, स्नान और जप-तप का विशेष महत्व होता है।
क्यों करें दान इस दिन?
पुराणों और ज्योतिष के अनुसार, बैसाखी के दिन किए गए स्नान, दान और पूजा-पाठ का विशेष फल मिलता है। यह जीवन में सुख-समृद्धि लाता है और पुराने पापों से मुक्ति दिलाता है। खासतौर पर जिन लोगों के जीवन में वित्तीय परेशानियां, कामों में बार-बार रुकावट, या नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, उन्हें इस दिन दान ज़रूर करना चाहिए।
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बैसाखी पर किन चीज़ों का करें दान?
गुड़ और चना: गुड़ और चने का दान इस दिन सबसे शुभ माना गया है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि इसे दान करने से घर में धन और अन्न की कभी कमी नहीं होती।
तांबे के बर्तन: तांबे का बर्तन (जैसे लोटा या कटोरी) दान करने से सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और सरकारी कार्यों में सफलता मिलती है।
सफेद वस्त्र और चावल: सफेद कपड़े और चावल का दान चंद्रमा को बल देता है। मानसिक शांति और पारिवारिक सुख के लिए यह दान लाभदायक होता है।
जल से भरे कलश का दान: जल से भरे हुए कलश का दान प्यासे को पानी देने के समान पुण्य देता है। इसे जीवन में स्थिरता और शुभ ऊर्जा लाने वाला माना गया है।
नींबू, आम और फलों का दान: ताजे फल, विशेषकर आम और नींबू का दान इस दिन विशेष फलदायी होता है। यह स्वास्थ्य, ताजगी और सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है।
काले तिल और तेल: काले तिल और सरसों के तेल का दान करने से नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है। विशेष रूप से शनि दोष से पीड़ित लोगों को यह दान ज़रूर करना चाहिए।
नारियल और मिश्री: नारियल को शुभ फल माना जाता है। मिश्री और नारियल का दान रिश्तों में मिठास लाता है और सौभाग्य को बढ़ाता है।
कैसे करें दान?
दान करते समय सच्चे मन और बिना दिखावे के करें।
किसी जरूरतमंद को अपने हाथों से वस्त्र या अन्न देना सबसे बड़ा पुण्य होता है।
मंदिर, गुरुद्वारे या किसी सार्वजनिक स्थान पर भी दान किया जा सकता है।
बच्चों, वृद्धों और गरीब महिलाओं को दान देना सबसे फलदायी माना गया है।
बैसाखी पर दान के लाभ
जीवन में रुके हुए कामों में गति आती है। संतान सुख, रोजगार और शांति की प्राप्ति होती है। घर में सुख-शांति बनी रहती है और रोगों से मुक्ति मिलती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मानसिक तनाव कम होता है।
बैसाखी केवल एक उत्सव नहीं बल्कि धार्मिक आस्था और सेवा का अवसर भी है। अगर आप जीवन में तरक्की, शांति और समृद्धि चाहते हैं तो इस 13 अप्रैल को बैसाखी के दिन कुछ चीज़ों का दान ज़रूर करें।