फंगस इंफेक्शन से बचाव करेगी कैंडिडा डाइट, जानिए 4 जरूरी बातें
punjabkesari.in Monday, Aug 10, 2020 - 10:12 AM (IST)
मानसून में फंगस इंफैक्शन की समस्या आम देखने को मिलती है, जिससे छुटकारा पाने के लिए लोग क्रीम व दवा का सहारा लेते हैं। मगर, फंगस इंफैक्शन को दूर करने के लिए सही डाइट भी लेना जरूरी है। ऐसे में आप फंगस इंफैक्शन से बचने के लिए कैंडिडा डाइट ले सकते हैं।
क्या है कैंडिडा?
कैंडिडा, आंतों में होने वाली एक तरह की फंगस है, मुंह, त्वचा, पैरों के नाखून व पाचन तंत्र में होती है। ऐसे में कैंडिडा डाइट बॉडी को डिटॉक्स करके इंफैक्शन को दूर करने में मदद करती है। इसमें जड़ी-बूटियां, डिटॉक्स ड्रिंक्स, स्टीम्ड सब्जियां, मसालें व कच्चा सलाद लिया जाता है।
कैंडिडा के लक्षण
. त्वचा में तेज खुजली
. त्वचा पर छोटे-बड़े लाल चकत्ते होना
. जननांगों, नितम्बों, स्तनों में चकत्ते होना
. रोम छिद्रों में इंफेक्शन या मुंहासे होना।
. जीभ, तालु या मुंह में लाल और सफेद रंग के धब्बे पड़ना
. थ्रश या जीभ का लाल होना
. खाने-पीने में कठिनाई
. पानी की कमी से डिहाइड्रेशन
वैजाइना में भी हो सकता है इंफैक्शन
कैंडिडा इंफैक्शन महिलाओं को वैजाइना में भी हो सकता है, जिसके कारण योनि में तेज खुजली, सूजन और लालपन, सफेद रंग के चकते, यूरिन पास करते समय दर्द और जलन, जी मिचलाना, डाइरिया, उल्टियां व कब्ज, डिप्रेशन, जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
कैंडिडा के कारक क्या हैं
- ज्यादा टाइट कपड़े पहनना
- कार्ब या मीठी चीजों का अधिक सेवन
- शराब का सेवन
- अधिक तनाव लेना
- बर्थ कंट्रोल पिल्स या एंटी-बायोटिक दवा का सेवन
- कमजोर इम्यून सिस्टम
- डायबिटीज
कैंडिडा डाइट को कैसे करें फॉलो
1. इसमें ग्लूटेन नहीं खाना होता है क्योंकि उससे आंतो को नुकसान होता है। साथ ही चीनी या मीठी चीजें, जंक फूड, शराब, ग्लूटेन व डेयरी उत्पादों से भी परहेज करना पड़ता है।
2. कम स्टार्च वाली हरी सब्जियां, तोरी, ब्रोकोली, पालक, गोभी, प्याज, टमाटर आदि खाएं।
3. दही, ऑलिव ऑयल, नारियल तेल, नींबू, एवोकाडो, प्रोटीन आदि भी अधिक लें।
4. फंगस इंफैक्शन होने पर कैफीन फूड्स से भी दूर रहना चाहिए।
लिमिट में करें इन चीजों का सेवन
हाई शुगर फल: केले, खजूर, आम
ग्लूटन अनाज: जौ, राई, गेहूं
मासाहारी: पोर्क, मीट, टूना
डेयरी फूड्स: पनीर, दूध, क्रीम
शहद, मेपल सिरप, फफूंदीदार नट्स और बीज
रिफाइंड/प्रसंस्कृत वसा और तेल: कैनोला तेल, मार्गेराइन l
शराब ड्रिंक: बीयर, वाइन, स्प्रिट l
कैफीन युक्त पेय: चाय, कॉफी, ऊर्जा पेय l