कैल्शियम की कमी कर हड्डियां कमजोर बनाते हैं ये 7 आहार
punjabkesari.in Wednesday, Oct 24, 2018 - 12:12 PM (IST)
स्वस्थ रहने और हड्डियों की मजबूती के लिए शरीर में कैल्शियम की मात्रा का सही होना बहुत जरूरी है। इसकी कमी होने पर ऑस्टियोपोरोसिस, जोड़ों का दर्द, ऑस्टियोपीनिया जैसे हेल्थ इशू होने लगते हैं। इनके इलाज के लिए लोग दवाईयों का सेवन करने लगते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा खाए गए कुछ आहार कैल्शियम की मात्रा को करके हड्डियों को कमजोर बना रहे हैं। तो चलिए जानते हैं उन फूड्स के बारे में जो हड्डियों के दुश्मन हैं।
1. सॉफ्ट ड्रिंक्स
जरूरत से ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन करने से शरीर में मौजूद कैल्शियम धीरे-धीरे कम होने लगता है। यही वजह है कि जो लोग ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स, सोडा, फ्लेवर्ड जूस आदि लेते हैं उनकी हड्डियों कमजोर हो जाती है।
2. ब्रेड, केक और अन्य बेकरी फूड्स
ब्रेड, केक और अन्य बेकरी फूड्स खाना ज्यादातर लोगों को बेहद पसंद होता है। मगर क्या आप जानते हैं कि खाने में टेस्टी ये फूड्स हड्डियों को अंदर से खोखली कर देते हैं, जिससे व्यक्ति ऑस्टियोपोरोसिस का शिकार हो जाता है।
3. जानवरों से प्राप्त प्रोटीन
दूध, मांस, मछली, अंडे का सेवन करना वैसे तो सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन रोजाना इनको खाने से हड्डियों को नुकसान होता है। हाल ही में हुए शोध में पता चला है कि जो लोग रोजाना मांस, मछली, अंडे आदि का सेवन करते हैं, उनमें हड्डी रोगों की संभावना सामान्य लोगों से 3-4 गुना अधिक बढ़ जाती है।
4. चॉकलेट का सेवन
चॉकलेट खाने से भी हड्डियां कमजोर होती हैं। जी हां , इसमें पाया जाने वाला आक्सेलेट कैल्शियम और शुगर को सोख लेता है जो हड्डियों के लिए खतरनाक है।
5. चाय, कॉफी की आदत
चाय और कॉफी में कैफीन की बहुत मात्रा होती है। जरूरत से ज्यादा इन दोनों का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की होने लगती है, जिससे हड्डियां और मसल्स धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं।
6. नमक ज्यादा खाना
विशेषज्ञों के अनुसार नमक से ब्लेड प्रेशर प्रभावित हो जाता है। इसके साथ ही नमक शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम करके हड्डियों को कमजोर करता है। एेसे में स्वस्थ रहने के लिए प्रॉसेस्ड फूड्स, फास्टफूड्स, पैकेटबंद चीजों का सेवन कम करना चाहिए।
7. सिगरेट और तंबाकू है खतरनाक
सिगरेट और तंबाकू सिर्फ फेफड़ों के लिए ही नहीं हड्डियों के लिए भी हानिकारक है। इसमें निकोटीन होता है, जिससे फ्रैक्चर, बैक पेन यादि की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। बोन कैंसर का मुख्य कारण भी सिगरेट और तंबाकू है।