Women Health: वैजाइना में खुजली के 9 बड़े कारण, न करें नजरअंदाज

punjabkesari.in Sunday, Apr 12, 2020 - 10:33 AM (IST)

यूं तो शरीर में कहीं पर भी खुजली होना कोई समस्या नहीं है लेकिन वैजाइना सेंसिटिवअंग है। वैजाइना में होने वाली खुजली के कारण महिलाओं को परेशानी और असहजता महसूस होती है लेकिन वो इसे छोटा समझकर इग्नोर कर देती हैं, जोकि गलत है। वैजाइना में बैक्‍टीरिया पनपने लगते हैं, जिससे इंफेक्‍शन और खुजली की होने लगती है। अगर इसपर ध्‍यान न दिया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इसे नजरअंदाज न करें।

 

अगर आपको भी वैजाइना में लगातार खुजली महसूस होती है तो उसे नजरअंदाज न करें, बल्कि तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें।  चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर किन कारणों से वैजाइना में खुजली की समस्या देखने को मिलती है।

यूरिनरी ट्रेक्‍ट इंफेक्‍शन (UTI)

यूटीआई एक बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन है जो किडनी, ब्लैडर, मूत्रवाहिनी, यूरेथ्रा आदि शामिल हैं। इसमें पेल्विक में दर्द, बार-बार यूरिन आना, यूरिन करते समय दर्द व बदबू जैसी समस्‍याएं देखने को मिलती है। अगर इंफेक्‍शन यूरेथ्रा के पास हो तो इससे खुजली व जलन भी हो सकती है। ऐसे में आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।

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त्वचा संबंधी समस्याएं

एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्‍वचा संबंधी समस्‍याएं भी प्राइवेट पार्ट में लालिमा और खुजली पैदा कर सकती है।

सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (एसटीडी)

असुरक्षित यौन संबंध से क्लैमाइडिया, गोनोरिया, जेनिटल वार्ट्स, जेनिटल हर्पिस और ट्राइकोमोनिएसिस के अलावा एसटीडी की समस्या भी देखने को मिलती है। इसके कारण वैजाइना में खुजली की समस्या देखने को मिलती है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस से खुजली

बैक्टीरिया के इन्फ्लेमेशन से होने वाला यह वेजाइनल इंफेक्शन महिलाओं में काफी कॉमन है। यह महिलाओं को किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन 25-35 की उम्र की महिलाओं को इसका सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसके कारण भी योनि में खुजली होना आम बात है। इसमें खुजली के साथ-साथ ग्रे कलर का डिस्चार्ज भी आता है। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें।

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यीस्ट इंफेक्शन

यीस्ट इंफेक्शन के कारण वैजाइना में खुजली होना आम है। यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप करवाएं। क्योंकि समय पर इलाज न करवाने पर यह किसी गंभीर समस्या का रूप भी ले सकती है।

मेनोपॉज के दौरान होने वाली खुजली

मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजेन स्तर कम और वेजाइना का पीएच बैलेंस बदल जाता है। इससे वेजाइना की दीवारें पतली और ड्राई हो जाती हैं, जो खुजली का कारण बनती है। इसे वैजाइनल एट्रौफी कहा जाता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।

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इसके अलावा आपके द्वारा रोजाना की जाने वाली कुछ गलतियां भी प्राइवेट पार्ट में खुजली, जलन व रैशेज का कारण बन सकती है।

गलत आदतों के कारण

अक्सर लड़कियां अनचाहे बालों को निकालने के लिए रेजर का यूज कर लेती हैं लेकिन इससे वैजाइना में खुजली व रैशेज हो सकते हैं। साथ ही कसी हुई पेंटी पहनना भी इसका कारण बनता है। 5 बार यूज किए हुए रेजर का इस्तेमाल न करें। वहीं, रात को सोते वक्त कुछ ढीली पेंटी पहनें।

ज्यादा पसीना आना

प्राइवेट पार्ट में बहुत ज्यादा पसीना आना भी इसका कारण बन सकता है। ऐसे में जब पसीना आए तो नहाकर कपड़े बदल लें। अगर आप ऑफिस में है तो प्राइवेट पार्ट को वॉश करके किसी कपड़े से साफ कर लें।

साबुन से होने वाली खुजली

योनि की सफाई के लिए साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह बैक्टीरियल बैलेंस बिगाड़ देती है। इससे खुजली, जलन व रैशेज हो सकते हैं। साबुन की बजाए आप किसी अन्य सेफ प्रॉडक्टस का इस्तेमाल करें। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें।

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अब हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं जिससे आप वैजाइना में खुजली, जलन व रैशेज की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।

सेब का सिरका

1 लीटर पानी में 3 बड़े चम्मच सेब का सिरका मिलाकर योनि को साफ करें। इससे वेजाइना की खुजली दूर हो जाती है।

नीम के पत्ते

नीम के पत्तों को पानी में उबालकर योनि की सफाई करने से भी खुजली की समस्या दूर होती है।

तुलसी के पत्ते

तुलसी के पत्तों को धोकर पानी में उबाल लें और उससे योनि की सफाई करें। इससे कुछ समय में ही आपकी योनि में खुजली की समस्या दूर हो जाएगी।


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Content Writer

Anjali Rajput

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