Bully Bai App का मास्टरमाइंड निकला 21 साल का छात्र, भोपाल के कॉलेज से कर रहा था B.Tech
punjabkesari.in Friday, Jan 07, 2022 - 01:59 PM (IST)
‘बुली बाई’ ऐप का कथित मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई जिसे असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया गया है, प्रतिभाशाली छात्र के तौर पर जाना जाता है। आरोपी छात्र को दिल्ली लाया गया और उसने अपना आरोप स्वीकार कर लिया है। बुली बाई’ ऐप मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। इस ऐप पर नीलामी’ के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था।
भोपाल में कर रहा था पढ़ाई
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बिश्नोई जोरहाट का रहने वाला है और भोपाल में पढ़ाई करता है। बिश्नोई ने ही कथित तौर पर गिटहब प्लेटफॉर्म पर ‘‘बुली बाई’’ ऐप का निर्माण किया था और वह ट्विटर पर बुली बाई का मुख्य अकाउंट होल्डर भी है। आरोपी को दिल्ली पुलिस की 'इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस' इकाई ने गिरफ्तार किया है।
पहले भी 3 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार छात्र मुख्य साजिशकर्ता है और इसने ही गिटहब पर ऐप को बनाया था। उसने ऐप बनाने की बात स्वीकार की है। आरोपी के लैपटॉप से ऐप बनाने संबंधी फोरेंसिक साक्ष्य मिले हैं। बिश्नोई मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.टेक द्वितीय वर्ष का छात्र है। मामले की जांच कर रहे मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने इससे पहले तीन गिरफ्तारियां की हैं। मुंबई पुलिस ने मामले में उत्तराखंड से 19 वर्षीय युवती श्वेता सिंह, 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा को बेंगलुरु से और उत्तराखंड से ही 21 वर्षीय अन्य युवक मयंक रावल को गिरफ्तार किया है।
मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों से की छेड़छाड़
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, श्वेता सिंह ऐप मामले में कथित तौर पर मुख्य आरोपी है जिसने ऐप का ट्विटर खाता बनाया था। बुली बाई मोबाइल ऐप्लिकेशन पर नीलामी के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का नाम डाला गया था और बिना अनुमति के उनकी तस्वीरें लगाई गई थीं। तस्वीरों से छेड़छाड़ भी की गई थी। यह ऐप ‘‘सुली डील’’ का ही रूप प्रतीत होता है, जिससे पिछले साल इसी तरह का विवाद पैदा हुआ था।