2018 की ऐसी महिला शख्सियत, जिन्होंने पहली बार अपने क्षेत्र में बनाया मुकाम
punjabkesari.in Tuesday, Jan 01, 2019 - 01:29 PM (IST)
आज हम आपको 2018 की ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने जुनून और काम से देश का नाम रोशन किया। जहां साल 2018 में अवनी ने पहली बार फाइटर प्लेन से उड़ान भरी वहीं सुधा बालाकृष्णन ने रिजर्व बैंक में पहली महिला मुख्य वित्तीय अधिकारी की जिम्मेदारी संभाली। चलिए जानते हैं 2018 की ऐसी महिला शख्सियतों के बारे में, जिन्होंने पहली बार अलग-अलग क्षेत्रों में मुकाम बनाया।
अवनी चतुर्वेदी
फरवरी 2018 में गुजरात की रहने वाली अवनी चतुर्वेदी पहली भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग ऑफिसर बन फाइटर प्लेन में उड़ान भरी। 25 साल की अवनी ने हैदराबाद एयर फोर्स एकेडमी में अपनी ट्रेनिंग पूरी की है। उन्होंने बीटेक की डिग्री लेने के बाद डियन एयरफोर्स की परीक्षा पास की और इस मुकाम को हासिल किया।
अभिलाषा कुमारी
अभिलाषा कुमारी भी फरवरी 2018 में मणिपुर उच्च न्यायालय की पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं। आपको बता दें कि वह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पुत्री हैं। इससे पहले वह गुजरात उच्च न्यायालय में जज और त्रिपुरा उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं।
सुधा बालकृष्णन
भारतीय रिजर्व द्वारा सुधा बालकृष्णन को पहली चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नियुक्त किया गया। इससे पहले वह नेशनल सिक्यॉरटी डिपॉजिटरी लिमिटेड में उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त थीं।
देबजानी घोष
साल 2018 के मार्च में नासकॉम (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस) कंपनी की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में देबजानी को नियुक्त किया गया। यह भारत के सूचना एवं प्रायोगिक और बीपीओ का एक व्यापारिक संघ है, जिसकी सदस्य यूके, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, चीन आदि 250 से अधिक कंपनियां हैं।
जामिता बीवी
साल 2018, 26 नवंबर को केरल की जामिता बीवी ने सार्वजनिक स्थल पर शुक्रवार की नमाज की अगुआई की और ऐसा करने वाली पहली महिला है। यह कदम उठाकर जामिता बीवी ने महिलाओं की समानता पर एक उपदेश भी दिया है।
तान्या सान्याल
तान्या सान्याल को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने फायर फायटर के रूप में नियुक्त किया है। इस पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली भारतीय महिला है।