ब्रेस्ट कैंसर से खुद को बचाना है तो प्लास्टिक से बना लें दूरी, युवा महिलाएं रहें सतर्क

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 11:30 AM (IST)

नारी डेस्क:  प्लास्टिक में पाए जाने वाले कुछ हानिकारक रसायन, जैसे कि बिसफेनॉल ए (Bisphenol A - BPA) और फ्थेलेट्स (Phthalates) ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। ये रसायन शरीर में एंडोक्राइन डिसरप्टर (Hormone Disruptors) के रूप में काम करते हैं, जिससे शरीर के हार्मोनल संतुलन में गड़बड़ी हो सकती है। हार्मोनल असंतुलन ब्रेस्ट कैंसर जैसी समस्याओं के लिए ज़िम्मेदार हो सकता है।  एक स्टडी के मुताबिक खाने-पीने की चीज़ों के पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक और कागज आदि में 200 कैंसरकारी रसायन होते हैं। 


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प्लास्टिक और ब्रेस्ट कैंसर का संबंध

BPA और फ्थेलेट्स जैसे रसायन प्लास्टिक की बोतलों, फूड कंटेनर, और अन्य दैनिक उपयोग की चीज़ों में पाए जाते हैं।  यह शरीर में एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन की नकली गतिविधि को बढ़ाते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर के विकास में अहम भूमिका निभाता है।  जब प्लास्टिक को गर्म किया जाता है, जैसे माइक्रोवेव में फूड को गर्म करने के दौरान, तो हानिकारक रसायन खाने में मिल सकते हैं।  प्लास्टिक के उत्पादों का लंबे समय तक उपयोग और इनके संपर्क में रहना शरीर में टॉक्सिन्स को जमा कर सकता है।  


युवा महिलाएं क्यों हो रही हैं ज्यादा शिकार?

  
जंक फूड और पैकेज्ड फूड में प्लास्टिक का अधिक उपयोग, पानी और सॉफ्ट ड्रिंक्स के लिए प्लास्टिक की बोतल का ज्यादा उपयोग कैसर को जन्म देता है। युवाओं में हार्मोनल बदलाव और प्लास्टिक रसायनों का प्रभाव मिलकर जोखिम बढ़ा सकता है।  प्लास्टिक से जुड़े रसायन महिलाओं के प्रजनन अंगों को प्रभावित करते हैं और लंबे समय में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।  


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कैसे बच सकते हैं इस खतरे से?

प्लास्टिक के उपयोग को कम करें इसकी बजाय  स्टील, कांच या सिरेमिक कंटेनरों का उपयोग करें।  माइक्रोवेव में प्लास्टिक कंटेनर का उपयोग न करें।   प्लास्टिक की बोतलों की बजाय स्टील या कांच की बोतलों में पानी रखें। गर्म खाने को प्लास्टिक कंटेनर में स्टोर न करें।  ताजा और घर का बना खाना खाएं,द प्लास्टिक में पैक किए गए खाद्य पदार्थों का कम सेवन करें।  इसके अलावा BPA फ्री और फ्थेलेट्स मुक्त उत्पादों का चयन करें।  नियमित व्यायाम और पोषण से भरपूर आहार भी बचाव का तरीका है। 

प्लास्टिक के खतरे से बचने के अन्य तरीके

   - उन उत्पादों का उपयोग करें जो कम हानिकारक होते हैं (जैसे, प्लास्टिक कोड 1, 2, 4)।  

   - प्लास्टिक स्ट्रॉ की जगह बांस या स्टील के स्ट्रॉ का उपयोग करें।  

   - पत्तों या कपड़े के बैग का इस्तेमाल करें।  

जागरूकता जरूरी 

प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग और इसके रसायनों का शरीर पर असर, विशेष रूप से महिलाओं में, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। जागरूकता, सावधानी, और प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने से इस खतरे को कम किया जा सकता है।  
स्वास्थ्य के लिए, जितना संभव हो, प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्पों का चयन करें।


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vasudha

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