महिलाएं अगर अपनी बॉडी में देखें ये 5 बदलाव, तो इन्हें न करें इग्नोर!
punjabkesari.in Thursday, Jan 09, 2025 - 04:33 PM (IST)
नारी डेस्क: महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई ऐसे मामले हैं, जिन्हें शुरुआती चरणों में पहचान पाना मुश्किल होता है। इन्हीं में से एक है पेट में ट्यूमर। ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है और अगर इसे समय पर न पहचाना जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। खासकर सुबह के समय शरीर में कुछ विशेष लक्षण नजर आते हैं, जो पेट में ट्यूमर की ओर संकेत करते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर समय पर डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं पेट में ट्यूमर के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके।
पेट में ट्यूमर क्या है?
पेट में ट्यूमर शरीर के अंदर कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है। यह ट्यूमर कैंसरयुक्त (मैलिग्नेंट) या गैर-कैंसरयुक्त (बेनाइन) हो सकता है। पेट के ट्यूमर की शुरुआत आमतौर पर धीमी होती है, लेकिन समय के साथ यह गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, खासकर तब जब शरीर में पोषण की कमी या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं।
पेट में ट्यूमर के सामान्य कारण
हार्मोनल असंतुलन
महिलाओं के शरीर में हार्मोन का असंतुलन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जिसमें ट्यूमर का खतरा भी शामिल है। खासतौर पर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का असंतुलन शरीर की कोशिकाओं की वृद्धि को अनियंत्रित कर सकता है। यह समस्या आमतौर पर उन महिलाओं में देखने को मिलती है, जिनके मासिक धर्म अनियमित होते हैं या मेनोपॉज के दौर से गुजर रही होती हैं। हार्मोनल बदलावों के कारण गर्भाशय और पेट के निचले हिस्से में ट्यूमर बनने की संभावना बढ़ जाती है।
Genetic कारण
अगर आपके परिवार में किसी करीबी रिश्तेदार, जैसे मां, बहन या दादी को ट्यूमर की समस्या रही हो, तो आपके ट्यूमर से प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है। यह अनुवांशिक कारणों से होता है, जहां जीन में मौजूद दोष आगे की पीढ़ी में भी ट्रांसफर हो सकता है। इसलिए अगर परिवार में पहले से कोई ऐसा मामला हो, तो आपको नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज और मोटापा
मोटापा और मधुमेह महिलाओं में ट्यूमर के जोखिम को बढ़ा सकता है। ज्यादा वजन होने से पेट की कोशिकाओं पर दबाव पड़ता है, जिससे उनमें अनियमित वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, डायबिटीज के कारण शरीर में शुगर और इंसुलिन का स्तर असंतुलित हो जाता है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यह स्थिति ट्यूमर के विकास के लिए अनुकूल माहौल तैयार करती है। नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार का पालन करके इस जोखिम को कम किया जा सकता है।
अनियमित जीवनशैली
अस्वस्थ खानपान, जैसे ज्यादा तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाना, धूम्रपान, और शराब का अधिक सेवन, महिलाओं के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह आदतें न केवल शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ाती हैं, बल्कि कोशिकाओं के सामान्य कामकाज को भी बाधित करती हैं। इसका परिणाम ट्यूमर जैसी गंभीर समस्याओं में हो सकता है। नियमित दिनचर्या, पर्याप्त नींद और तनाव मुक्त जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
सुबह के समय पेट में ट्यूमर के 5 प्रमुख लक्षण
पेट में लगातार दर्द
पेट के निचले हिस्से में सुबह के समय तेज या हल्का दर्द होना ट्यूमर का मुख्य संकेत हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी मासिक धर्म के दर्द जैसा महसूस हो सकता है, लेकिन यह उससे अलग होता है। ट्यूमर के कारण होने वाला दर्द लंबे समय तक बना रहता है और दवाइयों से भी कम नहीं होता। अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो इसे अनदेखा न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पेट फूलना और भारीपन
सुबह उठते ही पेट में सूजन या भारीपन महसूस होना महिलाओं में ट्यूमर का एक आम लक्षण है। यह सूजन पूरे दिन के दौरान कम या ज्यादा हो सकती है, लेकिन सुबह के समय यह अधिक स्पष्ट होती है। सूजन के साथ-साथ पेट में असहजता और गैस बनने की समस्या भी हो सकती है। अगर यह समस्या बार-बार हो रही हो, तो यह संकेत हो सकता है कि पेट में कोशिकाओं की अनियमित वृद्धि हो रही है।
मतली और उल्टी की शिकायत
ट्यूमर के कारण पेट में दबाव पड़ता है, जिससे पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इसका परिणाम यह होता है कि सुबह के समय बार-बार मतली या उल्टी का एहसास हो सकता है। यह समस्या खासकर उन महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है, जिनका पाचन कमजोर होता है। अगर यह लक्षण लगातार बने रहें, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है, क्योंकि यह पेट में ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
थकान और कमजोरी
सुबह उठने के बाद भी अगर आप थकान और कमजोरी महसूस करती हैं, तो यह ट्यूमर का एक सामान्य लक्षण हो सकता है। यह स्थिति तब होती है, जब शरीर में खून की कमी (एनीमिया) या पोषण की कमी हो। ट्यूमर के कारण शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे शरीर कमजोर और थका हुआ महसूस करता है। लंबे समय तक बनी रहने वाली थकान को हल्के में न लें।
भूख कम लगना
अगर सुबह उठने के बाद भूख नहीं लगती और खाने का मन नहीं करता, तो यह भी ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ट्यूमर के कारण पेट में लगातार भारीपन और असहजता महसूस होती है, जिससे भूख कम लगती है। अगर इसके साथ वजन तेजी से घट रहा हो, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इन लक्षणों पर ध्यान देकर और समय पर चिकित्सकीय सहायता लेकर पेट के ट्यूमर को शुरुआती चरण में ही पहचाना और नियंत्रित किया जा सकता है। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।