चीन में मिले एक-दो नहीं पूरे 20 खतरनाक वायरस, फल और पानी के जरिए इंसान पर कर रहे अटैक
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 06:02 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा किया है कि चीन में चमगादड़ों और अन्य जानवरों में 20 ऐसे नए वायरस पाए गए हैं जो उन वायरसों से मिलते-जुलते हैं जो पहले जानलेवा बीमारियों का कारण बन चुके हैं, जैसे कि निपाह वायरस और हेंड्रा वायरस। ये वायरस इंसानों तक फलों, पानी या संक्रमित सतहों के जरिए पहुंच सकते हैं।
क्या है नई रिपोर्ट में
इन वायरसों में से कई वायरस Paramyxovirus, Henipavirus और Nipah virus जैसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं। यह मानव कोशिकाओं को तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं। कुछ वायरसों में ऐसा स्पाइक प्रोटीन पाया गया है जो मानव शरीर में घुसने के लिए काफी सक्षम है।
कैसे फैल सकता है संक्रमण?
संक्रमित चमगादड़ों द्वारा खाए गए या लार लगे फलों को अगर इंसान खा लें तो वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है। वहीं झील, नदी या खुले जल स्रोतों में जहां संक्रमित जानवर जाते हैं, वहां से पानी पीने या संपर्क में आने से खतरा हो सकता है। जंगली जानवरों का मांस को खाने या छूने से भी संक्रमण संभव है। इसके अलावा वायरस संक्रमित जानवरों के मल-मूत्र या शरीर के अन्य स्राव से फैल सकता है।
कौन-कौन से वायरस शामिल हैं?
-नए Henipavirus स्ट्रेन
-Nipah virus जैसे लक्षणों वाले वायरस
-Zoonotic viruses जो जानवरों से इंसानों में फैल सकते हैं
-Novel bat coronavirus variants
क्यों फैली दहशत
कोरोना की शुरुआत भी एक जूनोटिक वायरस (जानवर से इंसान में फैला वायरस) से हुई थी। चिंता क बात यह है कि इन नए वायरसों के लिए फिलहाल कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं है। अगर ये इंसानों में फैलते हैं तो यह महामारी का रूप ले सकते हैं। इनका मृत्यु दर(death rate) कोरोना से ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है।
बरतें ये सावधानियां
-कच्चे फल और सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं।
-झील, तालाब या खुले जल स्रोतों से सीधे पानी न पिएं।
-जंगली जानवरों से दूरी बनाएं।
-फूड हाइजीन और सफाई का पूरा ध्यान रखें।
-बीमारियों से जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
यह खोज एक बार फिर चेतावनी देती है कि प्राकृतिक जीवन और वन्यजीवों से छेड़छाड़ इंसानों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। कोरोना के बाद अब यह जरूरी है कि दुनिया सतर्क हो, इन नए वायरसों पर नजर रखे और उनके संभावित खतरे से पहले से तैयारी शुरू करे।