कभी खाने के लिए तरसती थी किरन, बाप ने ठेला चलाकर बेटी को बनाया प्रोफैसर

punjabkesari.in Saturday, Sep 08, 2018 - 01:55 PM (IST)

लड़कियां अब पहले की तरह घर की चारदीवारी में नहीं बैठी रहती। समय बदलने के साथ उन्होंने घर से बाहर निकल कर काम करना शुरू कर दिया। अब वह खुली आंखों से सपने देखती हैं और उसे पूरा भी करती हैं। उन सपनों को पूरा करने में जितनी मेहनत उनकी हैं उनता ही परिश्रम उनके माता-पिता का भी है। आज हम आपको  पंजाब के अमृतसर में रहने वाले राम अजोर के बारे में बताएंगे जिन्होंने ठेला चलाकर अपनी बेटी को प्रोफैसर बनाया। 

 

दुबले-पतले राम अजोर

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राम अजोर ठेला चलाने से पहले रेडीमेड हैंडबैग बनाने का काम करते थे लेकिन किसी वजह से उनकी नौकरी चली गई। उसके बाद पूरे एक महीने तक उनको जॉब नहीं मिली। नौकरी ना मिलने की वजह से उन्होंने ठेला चलाना शुरू कर दिया। सर्दी, गर्मी और बरसात में भी उन्होंने अपना काम नहीं छोड़ा। एक समय ऐसा भी आया जब राम को तेज बुखार था। उस समय भी राम ठेला चलाकर गली-मोहल्ले में पेड़ बेचने गए।

 

अगर काम ना करता तो बच्चे भूखे मरते 

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राम अजोर का कहना है कि मुझे पता था अगर मैं काम ना करता तो मेरे बच्चे भूखेे मरते। आगे वह कहते हैं,'मैं चाहता था कि मेरा एक बच्चा टीचर बने। मेरा यह सपना मेरी बेटी किरन ने पूरा कर दिया।'

 

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आपको बता दें, राम अजोर की कहानी हमारे सामने 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 10 के जरिए आई है। दरअसल राम अजोर की प्रोफैसर बेटी किरन ने इस बार केबीसी में भाग लिया था। उस दौरान जब अमिताभ जी ने उनकी कहानी के बारे में पूछा तो उन्होंने अपनी जिंदगी के मुश्किलों से भरे हुए दौर के बारे में बताया। तब जाकर हमारे सामने एक एेसे पिता की कहानी आई जिन्होंने अपनी बेटी को प्रोफैसर बनाने के लिए ठेला चलाया। 


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Content Writer

Nisha thakur

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