शादीशुदा सिद्धार्थ पर आया था विद्या का दिल, इस शख्स ने की दोनों को मिलवाने में मदद
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2019 - 12:50 PM (IST)

'पीहू' और परिणीता जैसी गंभीर फ़िल्में करने वाली विद्या बालन कब ग्लैमरस की दुनिया में आ गई किसी को पता ही नहीं चला। इस बीच विद्या की जिंदगी में और भी कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरी पब्लिक को चौंका दिया। जी हां, विद्या बालन ने फिल्ममेकर और द वाल्ट डिजनी कंपनी के मालिक सिद्धार्थ रॉय कपूर से शादी रचा ली। अभी उनका करियर ऊंचाइयां ही छू रहा था कि उन्होंने शादी कर ली। मगर इनसब के बाद भी एक्ट्रेस ने फिल्मों में अभिनय करना नहीं छोड़ा। 'कहानी' और मंगलयान जैसी ब्लॉकबस्टर हिट मूवीज देकर अपने एक्टिंग से फिर सबका दिल जीत लिया। आप जानते है कि विद्या एक समय पर अपने करियर से ज्यादा शादी की चिनताओं में गुम थी। फिर इन परेशानियों से उन्हें किसी और ने नहीं बल्कि सिद्धार्थ ने ही निकाला था। आइए आपको विद्या की लव स्टोरी की एक झलक दिखातें है।
कभी शादी नहीं करना चाहती थी विद्या
एक टाइम था जब विद्या इमोशनली बहुत परेशान थी। उनके ऊपर शादी को लेकर काफी दवाब था । तभी उनकी लाइफ में सिद्धार्थ की धमाकेदार एंट्री हुई। विद्या फिल्मफेयर अवॉर्ड के बैकस्टेज पर खड़ी थीं। वहीं पर उनकी मुलाकात उनके होने वाले पति सिद्धार्थ रॉय कपूर से हुई थी। मगर फिल्म इंडस्ट्री में किसी से मिलने के लिए टाइम ही कहा है ?हर कोई अपने काम की वजह से बीजी है। मगर एक आदमी ने तो मानो कसम खाली कि वो इन दोनों को मिलाकर रहेगा। ये शख्स कोई और नहीं बल्कि करण जौहर है।
इस शख्स की वजह से हुआ था विद्या और सिद्धार्थ में प्यार
जैसे फिल्मों में दोस्त 2 प्रेमियों को मिलाने की पूरी प्लानिंग करते है उसी तरह करण जौहर ने भी उन्हें मिलने की प्लानिंग करवाई। दरअसल करण जौहर दोनों के कॉमन फ्रेंड हैं और दोनों के साथ ही अच्छा बॉन्ड भी शेयर करते हैं। पहली मुलाकात में विद्या और सिद्धार्थ के बीच केवल दोस्ती हुई थी लेकिन जल्द ही दोनों का प्यार परवाने चढ़ने लगा था। धीरे-धीरे दोनों की नजदीकियां बढ़ती गई और सिद्धार्थ ने विद्या को शादी के लिए सबके सामने प्रपोज किया,दोनों की शादी साउथ इंडियन और पंजाबी दो अलग-अलग रीति-रिवाजों से हुई। आगे की कहानी तो आप सबको पता है है।
विद्या का फ़िल्मी स्ट्रगल
वहीं अगर विद्या के फ़िल्मी स्ट्रगल की बात करें तो विद्या ने फ़िल्मी की शुरूआती दिन में बहुत बुरे दिन भी देखे है। एक बार उन्होंने बताया था कि , 'मुझे याद है कि एक दिन मैं चेन्नई में काम के सिलसिले में एक डायरेक्टर से मिलने गई थी। डायरेक्टर से मैंने कॉफी शॉप में बैठकर बात करने के लिए कहा। लेकिन वो मुझे बार-बार कमरे में जाने को बोल रहा था। वो बोल रहा था कि उसे मुझसे बात करनी है और हमें कमरे में चलना चाहिए । मैं उस डायरेक्टर की सोच को पढ़ते हुए मैं कमरे में गई, लेकिन मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया। इसके बाद डायरेक्टर ने मुझसे वहां पर घूमा फिर कर कुछ बात की और करीब 5 मिनट में ही बिना कुछ बोले भाग गया।'