गेम स्किल्स या जुआं? बॉम्बे हाई कोर्ट में दर्ज Ludo बैन करने की याचिका, राज्य को नोटिस जारी किया
punjabkesari.in Tuesday, Jun 08, 2021 - 09:27 AM (IST)

पिछले साल कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के कारण लोग ना चाहते हुए भी घर पर रहने को मजबूर हो गए थे। ऐसे में समय बिताने के लिए लोगों ने ना सिर्फ घर के काम किए बल्कि इससे ऑनलाइन गेमिंग को भी काफी बढ़ावा मिला। उन्हीं में से एक गेम है Ludo, जो लॉकडाउन में और भी ज्यादा मशहूर हो गई। मगर, अब लूडो लवर्स के लिए एक बुरी खबर आई है।
लूडो को बैन करने की उठा मांग
दरअसल, बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें 'लूडो सुप्रीम' गेम एप्लिकेशन के निर्माताओं के खिलाफ F.I.R. दर्ज करने की मांग की गई है। याचिका के मुताबिक, लूडो कौशल का नहीं बल्कि को सट्टेबाजी/जुआ और तकदीर का खेल है। इसके बाद जस्टिस SS शिंदे और जस्टिस अभय आहूजा ने पिछले हफ्ते राज्य के अधिकारियों से जवाब मांगा गया है। इसकी अगली सुनवाई 22 जून को की जाएगी।
सामाजिक बुराई बन रही लूडो
याचिका दायर करने वाले केशव मुले का कहना है कि लूडो एक खेल नहीं बल्कि सामाजिक बुराई के रुप में उभर रही है। इसमें 4 लोग हिस्सा लेते हैं और रुपए दांव पर लगाते हैं। जीतने वाले को 17 रु और ऐप चलाने वाले को 3 रु मिलते हैं। गैंबलिंग प्रतिबंधित कानून की धारा 3,4 और 5 के तहद इस ऐप को चलाने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाही होनी चाहिए।
युवा बन रहे जुएं के शिकार
याचिकाकर्ता के वकील का कहना है कि लूडो के नाम पर देशभर में जुआ खेला जा रहा, जिसमें सबसे ज्यादा युवा आकर्षित हो रहे हैं। यही वजह है कि याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट के सामने तत्काल सुनवाई के लिए गुहार लगाई है।
निचली अदालत ने नहीं दिया एफआईआर का आदेश
बता दें कि हाई कोर्ट में अपील करने से पहले याचिकाकर्ता ने निचली अदालत में भी अर्जी दी थी लेकिन उन्हें लूडो को खेल करार देते हुए F.I.R. दर्ज नहीं की। ऐसे में उन्होंने हाई कोर्ट का रुख करने का फैसला किया।