''हिल्स की वाराणसी'' में हैं 81 मंदिर, खूबसूरत शहर मंडी के बारे ये सब नहीं जानते होंगे आप
punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2024 - 05:59 PM (IST)
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार अभिनेत्री कंगना रनौत को जीत मिलने के बाद मंडी शहर चर्चा में बना हुआ है। लोग इस शहर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में लगे हैं। अगर आप नहीं जानते तो बता दें कि मंडी को हिमाचल की काशी के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि अकेले इस छोटे से शहर में 81 हिंदू मंदिर हैं जहां 200 से अधिक देवी देवताओं की उपस्थिति रहती है। चलिए जानते हैं इस शहर के बारे में दिलचस्प बातें।
मंडी जिसका पूर्वनाम मांडव नगर था और तिब्बती नाम ज़होर (Zahor) है, भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के मंडी ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है और ब्यास नदी के किनारे बसा हुआ हिमाचल का एक महत्वपूर्ण धार्मिक व सांस्कृतिक केन्द्र भी है।मंडी ज़िला जनसंख्या में शिमला के बाद यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है। यह पर्यटन की दृष्टि से महत्व रखता है और यहां आयोजित नवरात्रि मेला काफी प्रसिद्ध है।
इस शहर को "वाराणसी ऑफ हिल्स" या "छोटी काशी" या "हिमाचल की काशी" के रूप में जाना जाता है। बनारस (काशी) में केवल 80 मंदिर है जबकि मंडी में 81 है। मंडी नगर की स्थापना अजबर सेन द्वारा सन् 1527 में हुई। मंडी रियासत सन् 1948 तक अस्तित्व में रही। बाद में मुख्य शहर पुरानी मंडी से नई मंडी में स्थानांतरित किया गया। शहर में कई पुराने महल और वास्तुकला के उल्लेखनीय उदाहरण के अवशेष हैं। व्यास नदी के किनारे बसा हिमाचल प्रदेश का ऐतिहासिक नगर मंडी लंबे समय से व्यवसायिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है।
यह नगर अपने 81 ओल्ड स्टोन मंदिरों और उनमें की गई शानदार नक्कासियों के लिए के प्रसिद्ध है। मंदिरों की बहुलता के कारण ही इसे पहाड़ों के वाराणसी नाम से भी जाना जाता है। मंडी नाम संस्कृत शब्द मंडोइका से बना है जिसका अर्थ होता है खुला क्षेत्र। मंदिर से नदी और आसपास के क्षेत्रों का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। यहां भगवान शिव को तीनों लोकों के भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। मंदिर में स्थित भगवान शिव की मूर्ति पंचानन है जो उनके पांच रूपों को दिखाती है।