जानिए क्यों और कब से मनाया जाता है ईस्टर डे?
punjabkesari.in Sunday, Apr 12, 2020 - 01:05 PM (IST)
प्रभु यीशु की जितनी कामना करें उतनी कम है। ईसाई धर्म में प्रभु यीशु के जन्मदिन यानी 25 दिसंबर(क्रिसमस) के बाद ईस्टर का सबसे ज्यादा महत्व है। बतादें कि गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद ईस्टर संडे सेलिब्रेट किया जाता है। कहा जाता है कि ईस्टर संडे के दिन यीशु कब्र से जीवित हो उठें थे। इस साल आज के दिन यानी 12 अप्रैल को यह पावन अवसर आया है।हर कोई यीशु प्रभु के दोबारा आने का खुशियों से जश्न मनाता है। कोई ख़ुशी से झूम उठता है तो कोई ईस्टर एग्स बनाकर सबको खुशिया बाटता है।
यीशु के पुनर्जन्म का जश्न है ईस्टर
गुड़ फ्राइडे के तीन बाद आने वाला संडे हर ईसाई के घर बड़ी धूम-धाम से बनाया जाता है। हर कोई यीशु के पुनर्जन्म का जश्न मिलकर बनाता है।
ईस्टर एग करते है डेकोरेट
ईस्टर अंडा यीशु मसीह के पुनरुत्थान का प्रतीक है। ईस्टर अंडे को चित्रित करना रूढ़िवादी और पूर्वी कैथोलिक चर्चों में एक विशेष रूप से प्रिय परंपरा है जहां यीशु मसीह के रक्त का प्रतिनिधित्व करने के लिए अंडे को लाल रंग में रंगा जाता है।