Womens day special: तेजस से लेकर क्रिकेटर तक: महिलाओं ने हर क्षेत्र में दिखाया जादू
punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 10:42 AM (IST)

नारी डेस्क: महिला दिवस के इस खास मौके पर हम उन अद्भुत महिलाओं को सलाम करते हैं, जिन्होंने हर क्षेत्र में अपनी मेहनत और जुनून से मिसाल पेश की है। चाहे वह तेजस उड़ाने वाली मोहना सिंह हों, जो आसमान को छूने वाली भारत की पहली महिला पायलट बनीं, या सैयामी खेर, जिन्होंने क्रिकेट और आयरन मैन ट्रायथलॉन जैसी चुनौतियों को पार किया। यूट्यूब पर 'देहाती मैम' के नाम से बच्चों को इंग्लिश सिखाने वाली यशोदा लोधी हो या पायल कपाड़िया, जिनकी फिल्म ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का नाम रोशन किया। इन महिलाओं ने अपने हौंसले और समर्पण से यह साबित कर दिया कि कोई भी सपना बड़ा नहीं होता। इनकी प्रेरणादायक कहानियां हमें हर दिन कुछ नया करने और खुद पर विश्वास करने की ताकत देती हैं। ये महिलाएं नए भारत का निर्माण कर रही हैं और हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं।
मंगला बाई मरावी - ट्राइबल टैटू आर्टिस्ट
मंगला बाई मरावी, जो ट्राइबल टैटू कला के लिए प्रसिद्ध हैं, ने 7 साल की उम्र से टैटू बनाना शुरू किया। उनके ट्राइबल टैटू की ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में प्रदर्शनी हो चुकी है। वे किसी भी प्रकार के रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल किए बिना प्राकृतिक तरीके से टैटू बनाती हैं।
मोहना सिंह जीतरवाल - तेजस उड़ाने वाली पहली महिला पायलट
मोहना सिंह जीतरवाल, जो इंडियन एयरफोर्स की एक फाइटर पायलट हैं, तेजस उड़ाने वाली पहली महिला पायलट हैं। उन्होंने एयरफोर्स में अपनी शुरुआत की और मिग-21 जैसे लड़ाकू विमान उड़ाए। जोधपुर में आयोजित तरंग शक्ति एक्सरसाइज में भी वे शामिल रही हैं।
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अंशुला कांत - वर्ल्ड बैंक की पहली महिला एमडी
अंशुला कांत, जो 2024 में फोर्ब्स इंडिया की सेल्फमेड महिलाओं की पावर लिस्ट में शामिल हुईं, आज वर्ल्ड बैंक की पहली महिला MD (मैनेजिंग डायरेक्टर) हैं। अंशुला ने 1983 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से अपने करियर की शुरुआत की थी और 36 साल तक SBI में काम करने के बाद 2019 में वर्ल्ड बैंक में इस पद पर पहुंची। वे 2030 तक गरीबी को खत्म करने पर काम कर रही हैं।
निगार शाजी - आदित्य एल-1 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर
निगार शाजी, जो ISRO के सूर्य मिशन आदित्य एल-1 की प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं, 1987 से ISRO में काम कर रही हैं। उन्होंने 8 सालों तक आदित्य एल-1 मिशन पर काम किया, जो सूर्य की स्टडी करने वाला पहला मिशन है। निगार शाजी आज भी कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशनों पर काम कर रही हैं।
ई. पंथोई चानू - ऑस्ट्रेलिया में फुटबॉल खेलने वाली पहली भारतीय
मणिपुर की ई. पंथोई चानू ने 10 साल की उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू किया था, जबकि उनके परिवार ने इसके खिलाफ था। 2014 में नेशनल टीम में जगह बनाने के बाद, 2021 में वे ऑस्ट्रेलिया में प्रोफेशनल फुटबॉल खेलने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं।
स्नेहा रेवनूर - दुनिया की टॉप-100 एआई एक्सपर्ट में शामिल
स्नेहा रेवनूर, जो दावोस 2024 वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भाग लेने वाली सबसे कम उम्र की सदस्य हैं, दुनिया की टॉप-100 एआई एक्सपर्ट में शामिल हैं। उनका एनकोड जस्टिस ऑर्गनाइजेशन एआई के गलत इस्तेमाल को लेकर जागरूकता फैला रहा है।
डायना पुंडोले - पहली महिला रेसिंग चैंपियन
डायना पुंडोले, जो भारत की पहली महिला नेशनल रेसिंग चैंपियन हैं, ने फॉर्मूला-वन, दुबई ऑटोड्रोम समेत यूरोप और यूएई के प्रमुख रेसिंग ट्रैक्स पर अपनी रेसिंग कार दौड़ाई है। वे एक टीचर और दो बच्चों की मां भी हैं।
यशोदा लोधी - डिजिटल एजुकेटर और यूट्यूबर
यशोदा लोधी, जो कभी अपने परिवार की आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं, आज यूट्यूब पर "देहाती मैम" के नाम से बच्चों को इंग्लिश पढ़ाती हैं। उनका चैनल आज 4 लाख सब्सक्राइबर्स और 3 करोड़ व्यूज के साथ हर महीने 80,000 से 90,000 रुपये कमा रहा है।
पायल कपाड़िया - ग्रैंड प्रिक्स जीतने वाली फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर
पायल कपाड़िया, जो FTTI पुणे की छात्रा रही हैं, ने अपनी शॉर्ट फिल्म "ऑल वी इमैजिन एज लाइट" से 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीता। वे गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स के लिए नॉमिनेट होने वाली पहली भारतीय महिला डायरेक्टर भी हैं।
सैयामी खेर - एक्ट्रेस, क्रिकेटर और आयरन मैन ट्रायथलॉन चैंपियन
सैयामी खेर ने आयरन मैन 70.3 ट्रायथलॉन को पूरी कर दुनिया को चौंका दिया। इसके अलावा, वे महाराष्ट्र की महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज भी रह चुकी हैं। सैयामी को सुपर स्टार ऑफ टुमारो के अवॉर्ड से भी नवाजा गया है।
इन महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियां न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्षों को दर्शाती हैं, बल्कि ये नए भारत की दिशा में उनकी अनमोल भूमिका को भी साबित करती हैं।