खुद पारसी, पति मुस्लिम... फिर क्यों ऋतिक रोशन की सास का हुआ हिंदू रीति- रिवाज से संस्कार?
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 12:52 PM (IST)
नारी डेस्क: अभिनेता जायद खान की मां जरीन कत्रक के 7 नवंबर को हुए अंतिम संस्कार के बाद उनकी आस्था पर सवाल उठने लगे। ज़रीन कत्रक का 81 वर्ष की आयु में उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। सूत्रों के अनुसार, ऋतिक रोशन की सास ज़रीन कत्रक पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रही थीं। उन्होंने 7 नवंबर को मुंबई स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

जरीन ने एक बार बताया था कि वह एक "ज़ोहरास्ट्रियन गर्ल" थीं। "रेंडेज़वस विद सिमी गरेवाल" शो के एक पुराने इंटरव्यू में, ज़रीन और उनके पति संजय खान ने बताया था कि कैसे उन्हें प्यार हुआ और उन्होंने शादी कर ली। संजय ने कहा- "जब मैं ज़रीन से मिला, तो मुझे लगा कि मुझे वो लड़की मिल गई है जिससे मैं शादी करना चाहता था। मुझे सहज महसूस हुआ। मुझे उसका चेहरा देखने में मज़ा आया। वो प्यारी आंखें... उसके रसीले होंठ... उसकी मुस्कान बेहद चमकदार और शानदार फिगर थी। वो गुलाबी रंग की थी।" "वो लड़कों की तरह खाती थी और मेरी मां उसे खाना खिलाती थी और उसे हमारे घर का खाना बहुत पसंद था। वो मेरे साथ साये की तरह रहती थी। मैं उसके साथ सबसे ज़्यादा सहज महसूस करता था।"

ज़रीन कत्रक ने तब बताया था कि वो और संजय "बिल्कुल विपरीत" थे। उन्होंने कहा था- "वो सफ़ेद शर्ट, पैंट, कोल्हापुरी चप्पल और हाथ में टॉल्स्टॉय की किताब पहने हुए थे, बहुत गंभीर और करिश्माई और मैं आधुनिक ज़ोहरास्ट्रियन लड़की स्कर्ट और रॉक एंड रोल शूज़ पहने हुए थी।" दाह संस्कार की बात करें तो, पारसी धर्म में दाह संस्कार की प्रक्रिया को दोखमेनाशिनी कहा जाता है। शव को टावर ऑफ़ साइलेंस या दखमा में रखा जाता है, जो एक गोलाकार इमारत है जहां शव को खुले में धूप में रखा जाता है। इसके बाद, गिद्ध, चील और कौवे जैसे पक्षी शव को खा जाते हैं। हालांकि, हाल के दिनों में भारत में गिद्धों की संख्या में भारी गिरावट के कारण ज़ोहरास्ट्रियन अन्य तरीकों का सहारा ले रहे हैं। यहाँ तक कि प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार भी मुंबई के एक श्मशान घाट में किया गया था।

