Dhanteras 2023: धनतेरस पर आखिर क्यों जलाए जाते हैं 13 दीए? जानिए कारण
punjabkesari.in Tuesday, Nov 07, 2023 - 04:48 PM (IST)
हिंदू धर्म में धनतेरस का पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसी दिन से दीवाली की शुरुआत होती है। धनतेरस वाले दिन मां लक्ष्मी और भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। इसके अलावा धनतेरस वाले दिन कुछ वस्तुएं को घर में लाने की भी परंपरा है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन दीपदान भी जरुर करना चाहिए। लेकिन बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि धनतेरस वाले दिन कितने दीए जलाने चाहिए। तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि धनतेरस वाले दिन कितने दीए जलाने चाहिए.....
धनतेरस पर कितने दीए जलाने चाहिए?
इस दिन कुल 13 दीए जलाने चलाए लेकिन इनमें से 5 दीए मुख्य स्थान में रखते हैं। धनतेरस वाले दिन मां लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा के बाद सबसे पहले शाम के समय दक्षिण दिशा में यम देवता के लिए दीया जलाना चाहिए। इसके बाद दो दीए घर के मुख्य द्वार पर जलाने चाहिए और चौथा दीया तुलसी के पौधे के पास जलाना चाहिए और आखिरी पांचवा दीया घर की छत पर जलाना चाहिए। इसके अलावा घर के 13 कोनों में 13 दीपक जलाने चाहिए।
घर के मंदिर के आगे जलाएं दीया
इन सब जगहों के पास दीपक जलाने के बाद अखंड दिया घर के मंदिर के आगे जलाना चाहिए। इस अखंड दीए को लगातार भाई दूज तक जलाकर रखना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि सारे दीए घी से ही जलाएं तेल का इस्तेमाल न करें।
यम के आगे दीया जलाएं
ऐसा माना जाता है कि यम के आगे दीया जलाने से अकाल मृत्यु को भय नहीं रहता है। घर के मुख्य द्वार पर धनतेरस के दिन दीया जलाने से पॉजिटिविटी का संचार होता है। तुलसी के आगे दीया जलाने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और घर की छत पर धनतेरस वाले दिन दीया जलाने से राहु का दुष्प्रभाव खत्म होता है। इसके अलावा दीया जलाने से ग्रह भी शांत होते हैं। घर का वास्तु दोष भी दूर होता है।