रिबॉन्डिंग और स्मूथिंग में जानिए फर्क और किसके लिए क्या बेहतर?
punjabkesari.in Tuesday, Jan 18, 2022 - 04:49 PM (IST)
रिबॉन्डिंग और स्मूदिंग हेयर ट्रीटमेंट हैं, जो बालों को स्ट्रेट, मुलायम और स्मद बनाते हैं। हालांकि, रिबॉन्डिंग और स्मूथिंग के बीच कई अंतर हैं लेकिन कई बार लड़कियां इन्हें एक ही समझ लेती हैं। जबकि रिबॉन्डिंग और स्मूथिंग के बीच बहुत फर्क है। चलिए आपको बताते हैं कि रिबॉन्डिंग और स्मूदिंग में क्या फर्क है और किन लोगों को इसकी जरूरत होती है।
रिबॉन्डिंग और स्मूथिंग में अंतर
रिबॉन्डिंग घने, घुंघराले और बेदाग बालों वाले लोगों के लिए बेहतर परिणाम देती है जबकि लहराते या घुंघराले बालों वाले लोगों के लिए स्मूदिंग ज्यादा फायदेमंद होती है। हालांकि दोनों में से कोई भी परमानेंट हेयर ट्रीटमेंट नहीं है।
क्या है रिबॉन्डिंग?
हेयर रिबॉन्डिंग एक केमिकल ट्रीटमेंट है, जिसमें बालों के कर्ल को सीधा किया जाता है। स्लीक स्ट्रेट अयाल पाने के लिए यह आदर्श तकनीक है, खासकर अगर आपके बाल घुंघराले हैं। इस प्रक्रिया काे कंप्लीट करने में 4-5 घंटे का समय लगता है। रिबॉन्डिंग का प्रभाव लंबे समय तक रहता है जिसके बाद कम से कम 3 या 6 महीने में नियमित टच-अप करवाना पड़ता है।
रिबॉन्डिंग के होते हैं नुकसान भी
चूंकि रिबॉन्डिंग में स्ट्रांग केमिकल्स का यूज किया जाता है इसलिए इससे बालो कमजोर भी हो सकते हैं। इसलिए इस ट्रीटमेंट के बाद बालों को एक्सट्रा केयर की जरूरत हाेती है। वहीं, रिबॉन्डिंग एक खर्चीला हेयर ट्रीटमेंट है।
क्या है स्मूथिंग?
स्मूथिंग फ्रिज हेयर्स काे हटाकर बालाें काे सॉफ्ट और मुलायम बनाता है। इस ट्रीटमेंट में बालाें पर फॉर्मेलडिहाइड सॉल्यूशन लगाया जाता है, जिसे सूखाने के बाद बालाें काे सीधा किया जाता है। मगर, इमें कैमिकल्स का कम इस्तेमाल होता है इसलिए इससे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता। वहीं, इसमें समय और खर्च भी कम लगता है।
किन बालों के लिए परफेक्ट है स्मूथिंग?
स्ट्रेट या वेवी बालाें के लिए स्मूथिंग बेहतरीन ट्रीटमेंट है लेकिन अगर आपके बाल ज्यादा कर्ली, माेटे या घने है ताे आप रिबॉन्डिंग करवा सकती हैं। इसका असर कम से कम 6-7 महीने तक दिख सकता है।