मलेरिया में मां पिला सकती है बच्चे को अपना दूध? जानिए क्या सही है क्या गलत
punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2024 - 05:01 PM (IST)
नारी डेस्क: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान मलेरिया से बचाव बेहद जरूरी है, क्योंकि यह मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के दौरान मां अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती है या नहीं, यह स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
यह भी पढ़ें: श्रीमद्भगवद्गीता के हैं 18 अध्याय और 700 श्लोक
डेंगू के दौरान स्तनपान
यदि मां को डेंगू हुआ है और उसकी हालत स्थिर है, तो वह बच्चे को स्तनपान करा सकती है। डेंगू का वायरस स्तन के दूध से बच्चे में नहीं पहुंचता। यदि मां की स्थिति बहुत गंभीर है, जैसे कि प्लेटलेट्स का स्तर बेहद कम हो गया हो या अत्यधिक कमजोरी हो, तो स्तनपान अस्थायी रूप से रोकना उचित हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लें। मलेरिया का परजीवी (प्लाज्मोडियम) स्तन के दूध से नहीं फैलता, इसलिए सामान्य तौर पर स्तनपान जारी रखना सुरक्षित है। यदि मां को मलेरिया की दवा लेनी पड़ रही है, तो यह सुनिश्चित करें कि दवा स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित हो। डॉक्टर से इसकी पुष्टि करें।
स्तनपान और मां का स्वास्थ्य
मां को पर्याप्त आराम और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है ताकि उसका शरीर स्तनपान के साथ-साथ बीमारी से भी लड़ सके। मां को हाइड्रेटेड रहना चाहिए, क्योंकि डेंगू और मलेरिया में शरीर में पानी की कमी हो सकती है। डेंगू और मलेरिया के दौरान, मां स्तनपान जारी रख सकती है, जब तक कि उसकी स्थिति अत्यधिक गंभीर न हो। किसी भी संदेह या दवा के सेवन के दौरान, डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
यह भी पढ़ें: 9 साल का यह बच्चा है शतरंज का माहिर खिलाड़ी
मलेरिया से बचाव के तरीके
हमेशा मच्छरदानी का उपयोग करें। इसे दवा में डूबा हुआ मच्छरदानी लेना ज्यादा प्रभावी होता है। शरीर को पूरी तरह ढकने वाले हल्के और ढीले कपड़े पहनें। मच्छर भगाने वाले क्रीम और स्प्रे का उपयोग करें। यह सुनिश्चित करें कि वे गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित हों। घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों की पैदावार का मुख्य कारण होता है। कचरा और गंदगी समय पर साफ करें।
दवाओं का सेवन
डॉक्टर से सलाह लेकर मलेरिया प्रीवेंशन दवाएं (जैसे क्लोरोक्वीन या अन्य दवाएं) का सेवन करें। गर्भवती महिलाओं के लिए दवा का चयन डॉक्टर द्वारा सुरक्षित रूप से किया जाता है। यदि मलेरिया के लक्षण (जैसे बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना) महसूस हों, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घर में मच्छर भगाने के लिए कूलर, लिक्विड रिपेलेंट और मच्छर मारने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रतिरक्षा मजबूत रखने के लिए पोषण युक्त आहार लेना चाहिए।
यह भी पढ़ें: कुछ ऐसी रही कपूर फैमिली और पीएम मोदी की मुलाकात
मलेरिया से बचाव के लिए विशेष ध्यान
- मासिक स्वास्थ्य जांच कराएं।
- बुखार होने पर तुरंत खून की जांच करवाएं।
- हमेशा स्वच्छ और मच्छर मुक्त वातावरण में रहने का प्रयास करें।
- ये उपाय अपनाकर आप मलेरिया से खुद और अपने बच्चे को सुरक्षित रख सकती हैं।