आखिर क्या है Pap Smear Test? जानें इसे करवाते हुए क्या सावधानी बरतनी चाहिए
punjabkesari.in Saturday, Feb 03, 2024 - 01:32 PM (IST)
सर्विकल कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा मुख्य कैंसर होता है। दुनियाभर में हर साल सर्विकल कैंसर के कारण भारी संख्या में महिलाओं की मृत्यु होती है। इस खतरनाक कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए लोकअप फेम एक्ट्रेस पूनम पांडे ने अपनी मौत की झूठी अफवाह फैलाई वहीं साल 2024-25 के बजट में भी निर्मला सीतारमण ने सर्विकल कैंसर की रोकथाम करने के लिए 9-14 साल की उम्र में लड़कियों को टीकाकरण करने की बात कही है। आपको बता दें कि इस कैंसर की रोकथाम करने का सबसे अच्छा तरीका पैप स्मीयर टेस्ट माना जाता है लेकिन यह टेस्ट क्या है और इसे करवाते हुए क्या सावधानी बरतनी चाहिए। आज आपको इस बारे में बताएंगे।
सर्विकल कैंसर के कारण
.सर्विकल कैंसर के कई कारण हो सकते हैं मुख्यतौर पर यह कैंसर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस केकारण होता है। इसके अलावा इसके कुछ और कारण है जैसे
. सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन और बीमारियां (STD)
. कमजोर इम्यूनिटी
. सर्विक्स में घाव होने के कारण
क्यों करवाना चाहिए पैप स्मीयर टेस्ट?
एक्सपर्ट्स की मानें तो सर्विकल कैंसर से बचने का एक मात्र उपाय टेस्ट ही है। पैप टेस्ट के जरिए महिलाओं को स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में पता चल सकता है इसलिए पैप स्मीयर टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। यदि समय पर जांच करवाई जाए तो सर्विकल कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है। सर्विकल कैंसर से बचने के प्रयास के तौर पर 21-60 साल की उम्र में महिलाओं को उनकी उम्र के मुताबिक डॉक्टर हर 3 साल में पैप स्मीयर टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
पैप स्मीयर टेस्ट करवाते हुए रखें ये ध्यान
इस टेस्ट को करवाते हुए महिलाओं को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे
. कभी भी पीरियड्स के दौरान यह टेस्ट न करवाएं क्योंकि इस समय टेस्ट करवाने से सही परिणाम नहीं सामने आएंगे।
. टेस्ट से पहले डूशिंग और स्प्रे, इंटिमेट वाशिंग सॉल्यूशन या किसी तरह के कैमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें।