कब-कैसे करनी है तुलसी के पौधे की पूजा, तोड़ते समय कौन से नियम? जानें पूरी Detail
punjabkesari.in Tuesday, Jun 15, 2021 - 11:59 AM (IST)
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है इसे देवी तुल्य माना जाता है। कार्तिक मास में दिया जलाकर इसकी पूजा की जाती है। तुलसी का पौधा औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है। तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। मान्यता है कि तुलसी के बिना भगवान विष्णु का भोग अधूरा है। साथ ही ये भी मान्यता है जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में सुख-समृद्धि व शांति बनी रहती है। घर आंगन में इसे लगाना शुभ माना जाता है लेकिन तुलसी के पौधे से जुड़े नियम जानने बहुत जरूरी है क्योंकि इसके बिना तुलसी शुभ फल नहीं देती है।
चलिए आपको उन्हीं नियमों के बारे में बताते हैं...
तुलसी से जुड़े पूजन के नियम
1. घर में तुलसी का पौधा है तो हर शाम तुलसी पर दीपक जरूर जलाएं। इससे मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर परिवार पर बनी रहती है। बस ध्यान रहें रविवार के दिन पौधे को न तो पानी दें न दीप जलाएं। साथ ही भगवान गणेश, मां दुर्गा और भगवान शिव को भूलकर भी तुलसी न चढ़ाएं। तुलसी के पौधे को किसी कांटेदार पौधे के साथ ना लगाएं। जैसे कैक्टस आदि। इसे आप किसी फूल वाले पौधे के पास लगाए।
2. तुलसी का पौधा किसी भी दिन लगा सकते हैं लेकिन तुलसी का पौधा वीरवार यानी गुरुवार के दिन और कार्तिक महीने में तुलसी लगाना सबसे शुभ माना जाता है। स्वच्छ जगह पर तुलसी लगाए।
3. वास्तुशास्त्र में भी तुलसी के पौधे से जुड़े नियम बताए गए है। तुलसी का पौधा उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इसे एक कोने में ही लगाएं।
4. वास्तुशास्त्र के अनुसार, तुलसी घर के सारे वास्तुदोषों को खत्म कर देती है इसलिए तुलसी का पौधा आप उस जगह लगाएं जहां वास्तु त्रुटि हो। खासकर घर के ईशान कोण में किसी तरह का वास्तु दोष है तो इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए।
5. तुलसी के पौधे को साफ जगह पर रखना चाहिए पत्तियों पर धूल-मिट्टी ना जमने दें। तुलसी के पौधे के आसपास भूल से भी झाड़ू या डस्टबिन न रखें।
6. हर सुबह तुलसी के दर्शन से आरोग्यता मिलती है। सच्चे दिल से तुलसी की पूजा करने से दुखों का नाश होता है और उस व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
तुलसी के पत्ते तोड़ने के नियम
शास्त्रों के मुताबिक, तुलसी पूजन करने और उसके पत्तों को तोड़ने के लिए नियम मानने जरूरी है। तुलसी के पत्ते को तोड़ने से पहले तुलसी के पौधे को प्रणाम करें और महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते मंत्र का जाप करें।
तुलसी के पत्ते को हमेशा सुबह के समय तोड़ें। शाम के समय तुलसी ना तोड़ें। अगर पत्तियों की अति आवश्यकता है तो पौधे को पहले हिला जरूर लें। गंदे हाथों से कभी तुलसी को न छुएं। रविवार, चंद्रग्रहण और एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते को न तोड़े।