जानिए क्या खाती हैं और कौन सा वर्कआउट करती हैं, 44 साल की श्वेता तिवारी का पूरा फिटनेस रूटीन
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 12:55 PM (IST)

नारी डेस्क: टीवी की मशहूर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी अपनी फिटनेस और खूबसूरती के लिए काफी मशहूर हैं। 44 साल की उम्र में भी उनका फिट और टोंड शरीर देखकर कोई भी दंग रह जाता है। श्वेता की फिटनेस की वजह उनकी सही डाइट और वर्कआउट है, जिसके चलते वे अपनी उम्र से कहीं कम दिखती हैं। आइए जानते हैं श्वेता तिवारी का फिटनेस सीक्रेट और उनका दिनचर्या।
श्वेता तिवारी का वजन कैसे 73 किलो हो गया था?
श्वेता ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी दूसरी प्रेग्नेंसी के बाद उनका वजन 73 किलो तक पहुंच गया था। उस वक्त उनके कंधों में काफी दर्द भी रहता था। लेकिन उनकी बेटी पलक ने उन्हें मोटिवेट किया और फिटनेस के लिए प्रेरित किया। इसके बाद श्वेता ने सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर प्रसाद नंदकुमार शिर्के से संपर्क किया और अपनी फिटनेस की नई शुरुआत की।
श्वेता तिवारी क्या खाती हैं?
श्वेता तिवारी अपनी डाइट को लेकर काफी सजग हैं। वे ज्यादातर कच्ची सब्जियां और फल खाना पसंद करती हैं। साथ ही, वे ब्राउन राइस का सेवन करती हैं क्योंकि यह सफेद चावल की तुलना में बहुत ज्यादा हेल्दी होता है। ब्राउन राइस में फाइबर, मैग्नीशियम, फास्फोरस और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं और वजन बढ़ने से रोकते हैं। इसके अलावा, श्वेता खिचड़ी भी खूब पसंद करती हैं।
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श्वेता तिवारी कौन सा वर्कआउट करती हैं?
श्वेता तिवारी अपने फिटनेस ट्रेनर प्रसाद नंदकुमार के साथ हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) करती हैं। HIIT वर्कआउट का मतलब है कि कम समय में ज्यादा कैलोरी बर्न करना। यह वर्कआउट वजन कम करने, फिटनेस बढ़ाने और मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है। श्वेता के वर्कआउट में पुल अप्स, पुश अप्स, वी स्क्वाट, लॉ रो मशीन, डंबल साइड लैटरल, स्टेप अप और लोवर बैक एक्सटेंशन जैसी एक्सरसाइज शामिल हैं।
आप भी श्वेता तिवारी की तरह फिट और हेल्दी बन सकती हैं
अगर आप भी श्वेता तिवारी की तरह फिट और हेल्दी बॉडी पाना चाहती हैं, तो हेल्दी डाइट के साथ-साथ इंटेंस वर्कआउट करना जरूरी है। सही खान-पान और नियमित व्यायाम से आप अपनी बॉडी को फिट और टोंड बना सकती हैं। श्वेता की मेहनत और डिसिप्लिन से हमें सीखना चाहिए कि फिटनेस एक आसान काम नहीं, बल्कि निरंतर प्रयास और सही रूटीन से हासिल की जा सकती है।