कोविड-19 के खतरे को कम करना है तो डाइट में शामिल करें विटामिन K, पढ़ें पूरी डिटेल
punjabkesari.in Monday, May 24, 2021 - 12:27 PM (IST)
विटामिन K हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इसकी कमी से शरीर में कई तरह की भयंकर बीमारियां जन्म ले लेती हैं। विटामिन K वसा में विलेय विटामिन हैं जो मानव द्वारा कुछ प्रकार के प्रोटीनों का संश्लेषण करने के लिए बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा, विटामिन K हमारे शरीर में दिल और फेफड़ों की मांसपेशियों के इलास्टिक फाइबर को कम नहीं होने देता। इतना ही नहीं कई बड़ी गंभीर स्थितियों को भी कंट्रोल करके रखता है। इनमें कुछ ऐसी स्थितियां भी शामिल हैं, जिन्हें कोविड-19 में खतरनाक माना गया है। इसलिए देश के कई बड़े डाॅक्टर्स और एक्सपर्ट विटामिन K को बहुत प्रभावी मान रहे है उनका कहना है कि विटामिन-K कोविड के रिस्क फैक्टर्स को कम करता है। आईए विटामिन K के बारे में विस्तार से जानते हैं-
इम्यूनिटी को करें स्ट्रांग-
विटामिन K के प्रयोग से इम्यूनिटी को बढ़ाया जा सकता है। यही नहीं विटामिन K हमें बहुत सी सूजन बढ़ाने वाली बीमारियों से भी बचाता है, बतां दें कि इन दिनों कोरोना काल में इम्यूनिटी को बढ़ाना और सूजन को कम करना दोनों ही बातें कोविड से बचने के लिए बेहद जरूरी हैं। एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करके विटामिन के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी कम कर सकता है। यही ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस इंफ्लेमेशन यानी सूजन का कारण बनती है। इसलिए विटामिन K को डाइट में शामिल करना बहुत जरूरी हैं।
शरीर में ब्लड क्लॉटिंग होने से रोकता है-
एक रिसर्च के मुताबिक, कोविड के मरीजों में लीवर के बाहर विटामिन K की कमी पाई गई है। चूंकि कोविड की गंभीर स्थितियों में रक्त का थक्का जमना (ब्लड क्लॉटिंग) एक आम समस्या देखी जा रही है, इसलिए विटामिन K इस स्थिति को रोकने में मदद करता है।
हड्डियों के फ्रैक्चर के खतरे को कम करता है-
विटामिन k मैलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम नामक रक्त विकार को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही यह हड्डियों के फ्रैक्चर के खतरे को भी कम करने में मदद करता है। हड्डियों को बनाने के लिए हमारा शरीर कैल्शियम का उपयोग करता है और कैल्शियम को हड्डियों तक पहुंचाने में शरीर को विटामिन k की आवश्यकता होती है।
कैंसर से लेकर इन बीमारियों को भी कम करता हैं विटामिन k-
विटामिन k पेट, कोलोन (colon), लिवर, मुंह, प्रोस्टेट और नाक के कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, विटामिन k लेने से शरीर में इंन्सुलिन की प्रक्रिया ठीक रहती है इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर बैलेंस रहता है और डायबिटीज होने के ख़तरे को कम करता है। इतना ही नहीं यह विटामिन आपके मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स की क्षति के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। ऑक्सीडेटिव तनाव मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस रोग जैसी बीमारियों का कारन बन सकता है।
विटामिन K के लिए क्या खाएं?
विटामिन K से युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए आप डेयरी प्रोडक्ट, पोर्क, चीज, सॉफ्ट चीज़, चिकन, एग योक और पालक, ब्रोकली, स्प्राउट, हरे पत्तेदार सब्जी, सरसो का साग, मूली, गेहू,जौ,पालक चुकंदर, जैतून तेल, लाल मिर्च,केले, अंकुरित अनाज आदि चीजों को अपनी डाइट में जोड़ सकते हैं।
हर दिन कितना लें विटामिन K -
अनुशंसित आहार भत्ता (RDA) के मुताबिक, 14 वर्ष की आयु से अधिक लोगों को विटामिन ई 3.6 ग्राम (120 UG) के करीब लेना चाहिए। स्तनपान वाली महिलाओं को विटामिन K की अधिक आवश्यकता हो सकती है इसलिए उन्हें 2.7 ग्राम (90 UG) तक ले सकती हैं, बतां दें कि सुरक्षा के लिए ऊपरी सीमा 2.7 ग्राम (90 UG) है।