30 की उम्र के बाद दिखना है जवां? तो Diet में शामिल करें ये सुपरफूड्स

punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 05:58 PM (IST)

नारी डेस्क: 30 की उम्र के बाद शरीर में धीरे-धीरे कई बदलाव आने लगते हैं। इस उम्र में मेटाबॉलिज्म (पाचन क्रिया) धीमी होने लगता है, स्किन की चमक कम हो जाती है और हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं। इसके अलावा चेहरे पर झुर्रियां, बालों का झड़ना और थकान जैसे लक्षण भी नजर आने लगते हैं। ऐसे में अगर हम अपने खानपान पर सही से ध्यान दें तो इन उम्र से जुड़ी परेशानियों को काफी हद तक रोका जा सकता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे आहारों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें 30 की उम्र के बाद अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

नट्स और सीड्स – पोषण का खजाना

बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स जैसे नट्स और बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।इनका रोजाना सेवन त्वचा को पोषण देता है, दिमाग की सेहत को बेहतर बनाता है, झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करने में मदद करता है।  अगर आप 30 की उम्र के बाद नट्स और सीड्स को नियमित रूप से खाते हैं, तो उम्र का असर आपके चेहरे और शरीर पर कम दिखेगा।

PunjabKesari

हरी पत्तेदार सब्जियां – बढ़ती उम्र को रोकें

पालक, मेथी, सरसों जैसी हरी सब्जियां शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। इनमें आयरन, फोलेट, विटामिन K और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। ये सब्जियां शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाती हैं, बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करती हैं, हड्डियों को मजबूत बनाती हैं। हर दिन कम से कम एक बार हरी पत्तेदार सब्जियों को अपनी थाली में जरूर शामिल करें।

ये भी पढ़े: डेंगू-मलेरिया से लेकर थकान तक, हर परेशानी में फायदेमंद है ये जूस

मौसमी फल – स्किन और इम्यून सिस्टम के लिए वरदान

अनार, अमरूद, जामुन और ब्लूबेरी जैसे मौसमी फल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये फल शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, स्किन की चमक को बरकरार रखते हैं, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इन फलों को आप नाश्ते में, सलाद में या स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं। इनका नियमित सेवन बढ़ती उम्र के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकता है।

दही और छाछ – पाचन और हड्डियों की देखभाल

दही और छाछ जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होते हैं। ये न सिर्फ पाचन को सही रखते हैं, बल्कि शरीर को कई तरह की बीमारियों से भी बचाते हैं। इनमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है, जोड़ों के दर्द को कम करता है, पेट की समस्याओं से राहत देता है। दही और छाछ को दोपहर या शाम के खाने में शामिल करें।

PunjabKesari

हल्दी और अदरक – शरीर की रक्षा करने वाले तत्व

हल्दी और अदरक दोनों ही प्राकृतिक औषधियों की तरह काम करते हैं। इनमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं, त्वचा की समस्याओं से राहत देते हैं, शरीर को अंदर से डिटॉक्स करते हैं। हल्दी को दूध या सब्जियों में और अदरक को चाय या सब्जी के तड़के में इस्तेमाल कर सकते हैं। रोजाना सेवन से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।

अगर आप 30 की उम्र के बाद इन आहारों को अपने डाइट में शामिल कर लेते हैं, तो आप न केवल शरीर को अंदर से मजबूत बनाए रख सकते हैं, बल्कि उम्र से पहले बुढ़ापा आने के लक्षणों को भी रोक सकते हैं। सही समय पर सही खानपान अपनाकर आप लंबे समय तक स्वस्थ और जवान दिख सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

PRARTHNA SHARMA

Related News

static