महिला ने लगाई इतनी Sunscreen कि करवट बदलते ही टूट गई हड्डी, डाक्टरों ने दी Warning
punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 09:14 PM (IST)

नारी डेस्कः क्या आपने कभी ऐसा मामला सुना है कि कोई बिस्तर पर करवट ले और उसकी हड्डी टूट जाए...शायद आपका जवाब ना हो लेकिन ऐसा हुआ है एक 48 साल की महिला के साथ। सिर्फ करवट बदलने से ही महिला की हड्डी टूट गई। मामला वैसे सुनने में हैरतअंगेज है लेकिन चीन के चेंगदू शहर से यह मामला सुनने को मिला है।
डॉक्टरों के मुताबिक, 48 साल की महिला की हड्डी सिर्फ बिस्तर पर करवट लेने से टूट गई। डॉक्टरों की मानें तो महिला के शरीर में विटामिन डी की गंभीर कमी थी और इसी कमी के चलते महिला की हड्डियां बहुत ज्यादा कमजोर हो गई थी। इस विटामिन डी की गंभीर कमी का कारण महिला का धूप ना लेना था। बचपन से वह महिला धूप से बचती रही थी इसी के साथ वह जरूरत से ज्यादा सनस्क्रीन लगाती थी।मिली जानकारी के मुताबिक, महिला बचपन से ही खुद को धूप से बचाती रही थी। उसने ना तो कभी आधी बाजू की शर्ट पहनी थी और ना ही कभी सनस्क्रीन के बिना घर से बाहर निकली थी। घर से बाहर निकलने से पहले वह सनस्क्रीन लगाकर ही जाती थी। डाक्टरों ने इस मामले को उन लोगों के लिए भी चेतावनी के तौर पर पेश किया है जो जरुरत से ज्यादा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं।
हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है धूप
बचपन से ही हम सुनते आ रहे हैं कि धूप हमारे शरीर और हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। ग्वांगझो मेडिकल यूनिवर्सिटी के ऑथोपेडिक स्पाइन सर्जरी विभाग के डायरेक्टर जियांग शियाओबिंग के मुताबिक, कई लोग सिर से पांव तक खुद को पूरा कवर करके ही बाहर निकलते हैं ताकि वह धूप से बचे रहे जोकि सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है। हमारे शरीर की हड्डियां हर 10 साल में खुद को नया बनाती हैं लेकिन 30 की उम्र के बाद हर साल 0.5 से 1 प्रतिशत हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है। ऐसे में अगर शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिले और कैल्शियम की मात्रा कम हो और विटामिन डी की कमी हो तो हड्डियों में कैल्शियम का अवशोषण नहीं हो पाता।
विटामिन D की कमी दूर करने के असरदार उपाय
विटामिन D की कमी आजकल बहुत आम समस्या बन गई है, खासकर शहरी जीवनशैली, कम धूप में रहना और पोषण की कमी के कारण। यह हड्डियों की कमजोरी, थकान, डिप्रेशन, इम्यून सिस्टम की कमजोरी और मांसपेशियों के दर्द जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
1. प्राकृतिक धूप लें (Sunlight Exposure)
विटामिन D का सबसे सस्ता और असरदार स्रोत धूप है। सुबह 8 से 11 बजे तक की 15–30 मिनट की धूप शरीर के लिए पर्याप्त हो सकती है। कोशिश करें कि आपकी त्वचा सीधी धूप में आए — जैसे हाथ, चेहरा, पैर आदि।
2. विटामिन D युक्त आहार खाएं
फोर्टिफाइड दूध और दही बाजार में मिलने वाला विटामिन D युक्त, अंडे की ज़र्दी (Egg Yolk) अच्छा स्रोत, मशरूम (विशेषकर UV-exposed mushroom), फिश (सैल्मन, टूना, सार्डिन) नॉन-वेज में सबसे अच्छा स्रोत फोर्टिफाइड अनाज और ओट्स ब्रेकफास्ट में काम आता है।
3. विटामिन D सप्लीमेंट्स (Doctor's Advice Only)
अगर कमी गंभीर है, तो डॉक्टर Vitamin D3 सप्लीमेंट या इंजेक्शन (जैसे Uprise D3) लिख सकते हैं। यह हफ्ते में एक बार या महीने में एक बार लिया जा सकता है, जाँच और सलाह के अनुसार।
4. फिजिकल एक्टिविटी
दिन भर घर के अंदर बैठे रहने की बजाय हल्का व्यायाम या वॉक करें, ताकि शरीर विटामिन D को बेहतर तरीके से उपयोग कर सके।
सावधानियां: विटामिन D का अत्यधिक सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के न करें। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुज़ुर्गों में इसकी जरूरत अधिक हो सकती है, इसलिए नियमित जांच कराएं।
विटामिन D की कमी के लक्षण पहचानें
लगातार थकान
हड्डियों में दर्द या कमजोरी
बार-बार बीमार पड़ना
बाल झड़ना
मूड स्विंग्स या डिप्रेशन
अगर ये लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से Vitamin D Test (25-Hydroxy D test) कराना चाहिए।
डिस्कलेमरः विटामिन D की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले सकती हैं, लेकिन सही खानपान, नियमित धूप और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स से इसे आसानी से दूर किया जा सकता है। ज़रूरी है कि आप इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि एक छोटी सी कमी, लंबे समय तक बड़ी बीमारी बन सकती है।