CWG 2022: श्रीलंका की पहलवान को हराकर जीती विनेश फोगाट, भारत को दिलवाया 11वां गोल्ड
punjabkesari.in Sunday, Aug 07, 2022 - 10:47 AM (IST)
महिलाएं बर्मिंघम में हो रहे मुकाबले में पुरुषों को टक्कर देने में कोई कसर नहींं छोड़ रही हैं। एक के बाद एक भारत के लिए गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन कर रही हैं। लॉन बॉल्स, वेट लिफ्टिंग के बाद अब भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने भारत के लिए गोल्ड जीतकर देश को 11वां मेडल दिलवाया है। विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स में श्रीलंका की पहलवान को हराकर जीत अपने नाम की है। विनेश ने 53 किलो वर्ग में गोल्ड हासिल कर जीत पर अपना नाम लिखा है।
GOLD 🥇HATTRICK FOR VINESH 🥳🥳@Phogat_Vinesh has scripted history yet again, from being the 1️⃣st Indian woman 🤼♀️ to win GOLD at both CWG & Asian Games, to becoming the 1️⃣st Indian woman 🤼♀️ to bag 3 consecutive GOLD🥇at #CommonwealthGames 🔥
— SAI Media (@Media_SAI) August 6, 2022
🔹️GOLD by VICTORY BY FALL 💪
1/1 pic.twitter.com/CeeGYqJ0RT
श्रीलंका की चामोडिया को 4-0 से हराकर जीता गोल्ड
विनेश फोगाट ने 53 किलो वर्ग महिलाओं की कुश्ती के फाइनल में जीत हासिल की है। विनेश ने अपनी दावेदार टीम श्रीलंका के पहलवान चामोडिया केशानी मदुरावलागे डॉन को 4-0 से हराकर जीत पर अपना नाम लिखा है। इसी के साथ विनेश बर्मिंघम में हो रहे मुकाबले में गोल्ड मेडल जीतने वाली पांचवी रेसलर बनी हैं।
विनेश ने लगातार जीते तीन गोल्ड
आपको बता दें कि यह विनेश का तीसरा गोल्ड मेडल है। इसी के साथ वह ऐसा करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। विनेश एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं। विनेश ने इससे पहले साल 2014 में 48 किलो और साल 2018 में 50 वर्ग किलो में भी गोल्ड जीता था। इसी के साथ भारत के पास कुल 11 स्वर्ण पदक हो गए हैं। वहीं बात अगर पदक तालिका की करें तो कुल मिलाके भारत के पास 33 पदक हो चुके हैं। जिनमें से 11 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल हैं।
कठिन था पहला मुकाबला
विनेश का पहला मुकाबला थोड़ा सा मुश्किल था। पहला मुकाबला उनका कनाडा की वर्ल्ड चैम्पियनशिप कांस्य पदक की विजेता सामंथा ली के साथ था। इसमें विनेश ने सिर्फ 36 सैकेंड में जीत दर्ज की थी। इसी के बाद विनेश का मुकाबला नाइजीरिया की मर्सी बोलाफुनोलुवा एडेकरोये से हुआ था। इसके साथ भी विनेश का मुकाबला कठिन था, लेकिन भारतीय पहलवान ने उनका बहुत ही हिम्मत के साथ सामना किया। आपको बता दें कि महिला वर्ग की पहलवानी के लिए सिर्फ 4 ही पहलवान थे।