हर किसी को मालूम नहीं होगी Golden Temple से जुड़ी ये अनसुनी बातें
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 12:03 PM (IST)

नारी डेस्क: स्वर्ण मंदिर, जिसे श्री हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है, सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से खास है, बल्कि इसके पीछे छिपी कई बातें इसे और भी अद्भुत बनाती हैं। यहां आकर लोग न केवल आध्यात्मिक शांति पाते हैं, बल्कि इंसानियत का असली रूप भी समझते हैं। आइए जानते हैं स्वर्ण मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें जिसके बारे में हर किसी को जानकारी नहीं है।

चार दिशाओं से प्रवेश द्वार
मंदिर के चारों ओर से प्रवेश द्वार बने हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि यह जगह हर धर्म, जाति और समुदाय के लिए खुली है। यह सर्वधर्म समभाव और एकता का प्रतीक है।
एक मुस्लिम संत ने रखी थी नींव
स्वर्ण मंदिर की नींव साईं मियां मीर नाम के एक मुस्लिम संत ने रखी थी। यह इस बात का प्रमाण है कि यह मंदिर धार्मिक एकता और भाईचारे का प्रतीक है।
अथ सठ तीर्थ
स्वर्ण मंदिर को "अथ सठ तीर्थ" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है 68 तीर्थों के बराबर। स्वर्ण मंदिर परिसर में दो बड़े और कई छोटे-छोटे तीर्थस्थल हैं। ये सारे तीर्थस्थल जलाशय के चारों तरफ फैले हुए हैं। श्रद्धालु इस पथ पर चलकर पुण्य अर्जित करते हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा लंगर
यहां हर दिन हजारों लोगों को मुफ्त में भोजन कराया जाता है, जिसे 'लंगर' कहा जाता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी नि:स्वार्थ सेवा (selfless service) का उदाहरण है।
समानता और सेवा का प्रतीक
स्वर्ण मंदिर में सेवा करने वाले लोग हर पृष्ठभूमि से होते हैं – कोई अमीर, कोई गरीब। यहां कोई छोटा-बड़ा नहीं होता, सबको एक जैसी जगह और सम्मान मिलता है।
जमीनी स्तर से नीचे के स्तर पर स्थित है यह मंदिर
इस विश्व प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर की एक विशेषता यह भी है कि इस मंदिर में घुसते समय इसकी सीढ़ियां ऊपर की तरफ न जाकर नीचे की तरफ जाती हैं। जो यह सन्देश देती हैं कि हमें विनम्र होना चाहिए।