जिंदगी छोटी कर रही है जहरीली हवा, 10 बड़े पॉइंट्स से समझिए प्रदूषण का क्या है हाल
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 12:30 PM (IST)
नारी डेस्क: Delhi की हवा इन दिनों ‘Life Threatening’ (जिंदगी के लिए खतरनाक) स्तर पर पहुंच चुकी है। क्योंकि PM2.5 पार्टिकल इतने छोटे होते हैं कि खून में घुस जाते हैं और दिल, दिमाग, फेफड़ों सबको नुकसान पहुंचाते हैं। यह प्रभाव भविष्य में कैंसर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक तक ले जा सकता है। इसे 'पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी' कहते हुए, एक्सपर्ट्स ने कहा है कि इस बात के काफी सबूत हैं कि प्रदूषण से उम्र पर असर पड़ता है। इन 10 बड़े पॉइंट्स से समझ आ जाएगी पूरी बात।
AQI 450–500 के पार
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार Severe+ श्रेणी में है। यह ऐसा स्तर है जहां हवा जहर बन जाती है।

हर सांस के साथ शरीर में टॉक्सिन जा रहे हैं
विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर पर एक दिन की हवा 20–25 सिगरेट पीने जितना नुकसान पहुंचाती है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सबसे खतरनाक
बच्चों के फेफड़े पूरी तरह विकसित नहीं होते बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसलिए दोनों समूहों में अस्थमा, खांसी, सांस फूलना, न्यूमोनिया का जोखिम बढ़ जाता है।
आंख, गला, फेफड़ों पर सीधा असर
AQI के बढ़ते स्तर से हो सकती है आंखों में जलन, गले में खराश, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ

हृदय रोगियों के लिए रेड अलर्ट
प्रदूषण से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, ब्लड थिक होता है, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 2–3 गुना बढ़ जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक स्थिति
Pollution से प्रभावित हो सकता है बच्चे का वजन, बच्चे का फेफड़ा विकास, प्री-मेच्योर डिलीवरी का खतरा
स्कूलों में आउटडोर गतिविधियाँ रोकने की सलाह
विशेषज्ञ की राय है कि बच्चों की PT,ग्राउंड एक्टिविटीज,मॉर्निंग असेंबली बंद कर दी जाएं।
मास्क अब अनिवार्य, N95 सबसे जरूरी
सर्जिकल मास्क हवा के PM2.5 पार्टिकल्स नहीं रोक सकता। N95 या KN95 मास्क ही पहनें।
सुबह और रात टहलना बंद करें
इस समय हवा में प्रदूषण सबसे ज्यादा होता है। मॉर्निंग वॉक/ रनिंग करने से फेफड़ों को गंभीर नुकसान हो सकता है।
घर में भी हवा शुद्ध रखें
खिड़कियां पीक समय पर बंद रखें, एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करें। घर के पौधे जैसे मनी प्लांट, पीस लिली लगाएं। स्टीम लें ताकि सांस की नलियां साफ रहें

