कैंसर ट्रीटमेंट से तंग आ गई दीपिका कक्कड़, रोते हुए बोली- मेरा हो चुका है बुरा हाल
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 09:38 AM (IST)
नारी डेस्क: एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ अपने लेटेस्ट YouTube व्लॉग में इमोशनल हो गईं, जब उन्होंने लिवर कैंसर के चल रहे डायग्नोसिस के कारण हो रही एंग्जायटी और इमोशनल उथल-पुथल के बारे में बताया। भले ही उनकी मेडिकल रिपोर्ट अभी नॉर्मल हैं, दीपिका ने माना कि उन्हें अक्सर मज़बूत बने रहने में मुश्किल होती है और दर्शकों से कहा कि उनका “दिल बस यह सब संभाल नहीं पाता।”अपने पति शोएब इब्राहिम के साथ शूट किए गए वीडियो में, दीपिका ने बताया कि कैसे उनके इमोशन हर दिन बदलते रहते हैं।

दीपिका ने कहा- "ऐसा नहीं है कि मैं हर समय बहुत ज़्यादा परेशान महसूस करती हूं कुछ दिन ऐसे भी होते हैं जब मैं सच में खुश और उम्मीद से भरी होती हूं। कुछ दिन ऐसे भी होते हैं जब मुझे लगता है कि सब कुछ बिल्कुल ठीक है, और इतनी बड़ी दिक्कत के बावजूद, सब कुछ ठीक है। हर दिन कुछ नया लेकर आता है और आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है चलते रहना और हम ठीक यही करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं अभी इमोशनल ब्रेकडाउन से गुज़र रही हूं। अल्हम्दुलिल्लाह, मेरी सभी रिपोर्ट नॉर्मल हैं और चीज़ें सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। लेकिन मेरे दिल में अभी भी डर बना हुआ है, तब भी जब सब कुछ ठीक लगता है। मैंने इस बारे में सोमनाथ सर से बात की, और उन्होंने बताया कि एंग्जायटी कैसे काम करती है।"

दीपिका ने आगे उन फिजिकल चैलेंज के बारे में बताया जिनका उन्हें रोज सामना करना पड़ता है, थायरॉइड में उतार-चढ़ाव से लेकर हार्मोनल इम्बैलेंस तक, जो उनकी स्किन और पूरी सेहत पर असर डालते हैं। उन्होंने आगे कहा- "लेकिन सच तो यह है कि हर दिन मैं किसी नई चीज़ से जूझते हुए उठती हूं। कभी-कभी मेरा थायरॉइड लेवल ऊपर-नीचे होता रहता है। हार्मोनल बदलाव शरीर पर अनजाने तरीकों से असर डालते हैं। मेरी स्किन बहुत ज़्यादा ड्राई हो गई है, पिछले दो दिनों से हवा इतनी ड्राई हो गई है कि मेरे हाथों की स्किन फटने लगी है। मेरे कानों और गर्दन में एक अजीब सा प्रेशर महसूस होता है। मेरी नाक भी अजीब तरह से सूखी लगती है।"

इस सफ़र को "थका देने वाला" बताते हुए, दीपिका ने खुद को और अपने दर्शकों को डर के बावजूद आगे बढ़ने की अहमियत याद दिलाई। उन्होंने कहा- "आपको खुद को याद दिलाना होगा कि यह कुछ भी नहीं है, आपको उठना होगा और चलते रहना होगा। जैसा कि हम हमेशा कहते हैं, आपके पास सिर्फ़ दो ऑप्शन हैं, डर के साथ बैठो और उसे खुद पर हावी होने दो, या उसका सामना करो और आगे बढ़ो। और मेरा मानना है कि इन सबसे लड़ने का एकमात्र तरीका चलते रहना है। इसलिए हार मत मानो।" उन्होंने इसी तरह की मेडिकल दिक्कतों से जूझ रहे दूसरे लोगों से भी कहा कि वे अपना विश्वास मज़बूत रखें और भगवान पर भरोसा रखें।

