घूमने जाने से पहले हाथ-पैर फूलना भी है एक एक फोबिया, जानिए इस Anxiety के बारे में
punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2024 - 05:42 PM (IST)
नारी डेस्क: दुनिया में अलग- अलग स्वभाव के लोग है। जहां कई लोगाें को घूमना फिरना बेहद पसंद होते हैं तो कुछ ऐसी भी होते हैं जिन्हें यात्रा के नाम से ही डर लगने लगता है। इस ट्रैवल एंग्जायटी (Travel Anxiety) कहते हैं, जो एक प्रकार का तनाव या घबराहट है जो यात्रा करने से पहले या यात्रा के दौरान होता है। एक प्रकार का तनाव या घबराहट है जो यात्रा करने से पहले या यात्रा के दौरान होता है। यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है, खासकर उन लोगों में जो कम यात्रा करते हैं या नई जगहों पर जाने में सहज महसूस नहीं करते। इसमें लोग यात्रा की योजना बनाने से लेकर यात्रा के दौरान असुविधा, सुरक्षा, खो जाने का डर या हवाई यात्रा का डर महसूस कर सकते हैं।
ट्रैवल एंग्जायटी के कारण
अनिश्चितता का डर: नई जगह, अनजान लोगों या अलग वातावरण का सामना करने से कुछ लोग असहज महसूस करते हैं।
यात्रा की तैयारी में कठिनाई: यात्रा के लिए योजना, पैकिंग और चीजों को संभालना भी एंग्जायटी का कारण बन सकता है।
पिछली नकारात्मक यात्रा का अनुभव: यदि पहले किसी यात्रा में समस्या का सामना करना पड़ा हो, तो यह आगे की यात्राओं के प्रति घबराहट पैदा कर सकता है।
हवाई यात्रा या भीड़भाड़ का डर : हवाई यात्रा या भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से भी घबराहट हो सकती है।
ट्रैवल एंग्जायटी से राहत पाने के तरीके
यात्रा की योजना पहले से बनाएं: यात्रा का प्लान जल्दी बना लें ताकि आपको समय पर तैयारी करने में आराम मिले। इससे आपके मन में यात्रा के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज: यात्रा के दौरान ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, इससे तनाव कम होता है और मन शांत रहता है।
किसी मित्र के साथ यात्रा करें: अकेले यात्रा करने से बेहतर है कि किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यात्रा करें जो आपको सपोर्ट कर सके और आपकी घबराहट कम कर सके।
सकारात्मक सोच रखें: यात्रा के सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान दें जैसे कि नए अनुभव, रोमांचक जगहें, और खूबसूरत दृश्य।
संगीत सुनें: ट्रैवल के दौरान रिलैक्सिंग म्यूजिक सुनें, यह दिमाग को शांत करने में मददगार होता है।
सुखद यादों को याद करें: पिछली सफल यात्रा की अच्छी यादों को याद करें, यह आपकी एंग्जायटी कम कर सकता है।
पेशेवर सहायता लें : यदि ट्रैवल एंग्जायटी बहुत गंभीर हो, तो किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।
यात्रा के पहले कुछ तैयारी और मानसिक अभ्यास करने से ट्रैवल एंग्जायटी को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।